महिलाओं के लिए गुलाबी सीट, जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन सहित सुरक्षा के लिहाज से कंट्रोल सेंटर से कनेक्टिविटी, दिल्ली में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बसों की संख्या में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। पहली बार दिल्ली के सार्वजनिक बसों के बेड़े ने 7000 के आंकड़े को पार किया है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को इंद्रप्रस्थ डिपो से 100 नई लो-फ्लोर एसी सीएनजी बसों के साथ एक नई इलेक्ट्रिक बस(प्रोटोटाइप) को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। अब दिल्ली के परिवहन बेड़े (बस) में बसों की संख्या बढ़कर 7001 हो गई है। इससे पहले 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान दिल्ली में 6000 बसों का आंकड़ा पार किया था। क्लस्टर की नई सीएनजी बसें घुमनहेड़ा डिपो से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, आनंद विहार आईएसबीटी सहित दूसरे गंतव्यों के लिए आवागमन करेंगी।
दिल्ली सरकार दिल्ली की बस परिवहन प्रणाली और आवृत्ति को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि सफर में लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली की बसें अब देश में एक सुरक्षित, सुलभ और सुविधाजनक परिवहन व्यवस्था की मिसाल हैं।
जनवरी 2022 में ही दिल्ली सरकार ने अपने परिवहन बेड़े में 200 से अधिक नई बसें शामिल की थीं। इनमें 2 नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं जो उत्सर्जन और प्रदूषण मुक्त हैं। सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार बड़े पैमाने पर सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें बेड़े में शामिल करेगी। सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए सभी बसों में रीयल टाइम ट्रैकिंग, सीसीटीवी, पैनिक बटन और दिव्यांग अनुकूल रैंप सहित दूसरी सुविधाएं भी हैं। इसके अलावा 500 अतिरिक्त सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें भी बेड़े में शामिल की जाएंगी। पिछले महीने दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) बोर्ड ने भी फेम-2 के जरिये 1500 नई ई-बसों की खरीद को मंजूरी दे दी है।
बेड़े में इसी साल शामिल होंगी 1240 अतिरिक्त बसें
दिल्ली सरकार ने पुरानी हुई बसों के बेड़े से सेवानिवृत्त होने को देखते हुए डीटीसी के बेड़े में अतिरिक्त 1000 ई-बसें सहित क्लस्टर बेड़े में 240 ई-बसों को शामिल करने की योजना बनाई है। विभाग ने नई बसों को समायोजित करने के लिए अपने सभी मौजूदा और नए डिपो के विद्युतीकरण की प्रक्रिया में भी है।
ई बस का रूट
नई डीटीसी इलेक्ट्रिक बस डीटीसी के तहत खरीदी गई 300 इलेक्ट्रिक बसों में से एक है। आईपी डिपो से सर्कुलर रूट पर ई44 (-) पर चलेगी। आईपी डिपो, प्रगति मैदान, हाई कोर्ट, इंडिया गेट, जंगपुरा, भोगल, आश्रम, साउथ एक्स, रिंग रोड, अरबिंदो मार्ग, पृथ्वीराज रोड, राजेश पायलट रोड, जनपथ, कनॉट प्लेस, बाराखंभा रोड, मंडी हाउस, तिलक मार्ग, आईटीओ, एजीसीआर से गुजरेगी।
घुमनेहरा डिपो से इन रूटों पर चलेंगी सीएनजी बसें चलेंगी
रूट नंबर 918 कमरुद्दीन नगर टर्मिनल से दिल्ली सचिवालय (राजघाट पावर हाउस)
रूट नंबर-966-कमरुद्दीन नगर टर्मिनल से निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन
रूट नंबर-980-कमरुद्दीन नगर से टर्मिनल केंद्रीय टर्मिनल
रूट नंबर-910- सैयद गांव से शिवाजी स्टेडियम
रूट नंबर-जीएल91-मुंडका गांव (मेट्रो स्टेशन) से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन गेट नंबर 2
रूट नंबर- 518- उत्तम नगर टर्मिनल से निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन
रूट नंबर-आरआर लाइन्स से हमदर्द नगर
रूट नंबर-939-मंगोलपुरी क्यू ब्लॉक से आनंद विहार आईएसबीटी
रूट नंबर-628-उत्तम नगर टर्मिनल से सफदरजंग टर्मिनल
रूट नंबर-235-वजीरपुर जे.जे कॉलोनी से नंद नगरी टर्मिनल
विशेषताएं
एसी लो फ्लोर सीएनजी बसों और इलेक्ट्रिक बस में दिव्यांगों के लिए रैंप, महिलाओं के लिए गुलाबी सीटें, आपात स्थिति में लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग, सेंट्रलाइज्ड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से संचार की सुविधा, सीसीटीवी और जीपीएस सहित इलेक्ट्रिक बस पूर्ण तौर पर उत्सर्जन मुक्त हैं।
बसों में महिलाओं के लिए गुलाबी सीट
इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर परिवहन मंत्री ने महिला परिचालक और मार्शल को भी संबोधित करते हुए बसों के सफर में महिला यात्रियों की सुरक्षा में योगदान के लिए सराहना की। दिल्ली सरकार ने हाल ही में महिला हेवी मोटर वाहन लाइसेंस धारकों के लिए डीटीसी के बेड़े में नौकरी देने के लिए ऊंचाई और अनुभव मानदंड में ढील दी थी। उनके प्रशिक्षण का शुल्क पूरी तरह से सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
14 फीसदी आबादी ने बसों में किया सफर
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि फरवरी के महीने में हर दिन 30 लाख से अधिक लोगों ने डीटीसी और क्लस्टर बसों में यात्रा की। यह दिल्ली की आबादी का करीब 14 फीसदी है। यह केवल सौ और बसें जोड़ने की बात नहीं है, बल्कि दिल्ली सरकार की जनहितकारी नीतियों को धरातल पर उतारने के दिशा में एक मजबूत क़दम है। सार्वजनिक बस बेड़े ने पहली बार दिल्ली में 7000 का आंकड़ा पार किया है।
2000 ई बसें होंगी आने वाले वर्षों में शामिल
बसों की संख्या में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रखेंगे और आने वाले वर्षो में 2000 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें परिवहन बेड़े में शामिल होंगी। नई बसों को दिल्लीवासियों को समर्पित करते हुए परिवहन मंत्री ने अपने निजी वाहनों के उपयोग को कम करने और प्रदूषण और भीड़भाड़ मुक्त दिल्ली के लिए सार्वजनिक परिवहन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने का आग्रह किया।