गोरखपुर जिले के बेलीपार इलाके के करजहीं गांव में संदिग्ध परिस्थिति में मंगलवार को 12 साल के एक बालक का शव फंदे से लटका मिला। उसके दोनों पैर जमीन पर टिके होने की वजह से हत्या की आशंका जताई जा रही है। नायलॉन की रस्सी से फांसी का फंदा बनाया गया था। मौत की वजह जानने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
जानकारी के मुताबिक, इस घटना में करजहीं निवासी अश्वनी शुक्ला का बेटा सागर (12) शिकार हुआ है। वह पांचवीं का छात्र था। पिता बेंगलुरु में रहते हैं। सागर मां व भाभी के साथ रहता था। सोमवार को घर से निकला सागर देर शाम तक वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। काफी खोजबीन के दौरान घर के पास ही बनी घारी में उसका शव मिला। टीनशेड की पाइप से नायलॉन की रस्सी से शव लटका था। दोनों पैर जमीन पर टिके हुए थे।
शव देखकर एक लड़के ने बताया कि सागर घारी में बैठा है। एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानकर जांच शुरू कर दी है।
इस संबंध में थाना प्रभारी दिलीप कुमार पांडेय ने बताया कि मामला संदिग्ध है, जांच के लिए फोरेंसिक टीम बुलाई गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह पता चलेगी। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है।
मां के डांटने से नाराज किशोरी ने की खुदकुशी
बेलीपार थाना क्षेत्र के डवरपार कस्बे में सोमवार रात एक किशोरी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव छत के कुंडे से साड़ी से लटकता मिला। फंदे से उतारकर परिजन उसे अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में पेंट पॉलिश करने वाले राजेश कुमार की बेटी राधा (14) मां रेशमा व भाई-बहन के साथ घर पर रहती थी। देर शाम राधा, मां से किसी सामान की खरीदारी की मांग कर रही थी। मां ने उसे मना कर दिया और अपनी बड़ी पुत्री प्रिया के साथ बाजार चली गई। जब वे घर लौटीं तब तक राधा ने मौत के गले लगा लिया था।