भोपाल: भोपाल समेत प्रदेश भर में 16 मार्च (बुधवार) से 12 से 14 साल तक के डेढ़ लाख बच्चों को कोरोना से सुरक्षा देने वाला टीका लगाया जाएगा। इसके लिए सोमवार को ही भारत सरकार की तरफ से जानकारी मिली है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग ने टीकाकरण की तैयारी शुरू कर दी है। बच्चों को सूचित कर उन्हें स्कूल बुलाने की जिम्मेदारी स्कूल शिक्षा विभाग की होगी। विभाग के अधिकारियों ने संबंधित स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि इस उम्र के बच्चों की सूची तैयार करें और उन्हें टीका लगवाने की व्यवस्था करें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में माडल स्कूल या फिर कमला नेहरू स्कूल से इस अभियान का शुभारंभ करेंगे। यह बच्चों के टीककारण का दूसरा चरण है। इसके पहले 15 से 17 साल तक के बच्चों को टीका लगाया गया था।
गौरतलब है कि 12 से 14 साल तक के बच्चों को टीका लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल शिक्षा विभाग से उनके स्कूलों में अध्ययनरत इस आयुवर्ग के बच्चों की संख्या मांगी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भोपाल में 2060 स्कूलों में करीब डेढ़ लाख बच्चे इस उम्रवर्ग के हैं। इन्हें अलग-अलग दिन टीका लगाया जाएगा। स्कूलों में टीकाकरण के लिए तीन कक्ष तैयार किए जा रहे हैं। इनमें एक कक्ष को टीकाकरण, दूसरा प्रतीक्षा और तीसरा निगरानी के लिए रखा जाएगा। क्षेत्रवार डाक्टरों की टीम बनाई गई हैं, जो स्कूलों में घूमकर यह देखेंगी कि बच्चों को टीका लगाने के बाद किसी तरह का दुष्प्रभाव तो नहीं हो रहा है। हालांकि, अभी तक कहीं दुष्प्रभाव के मामले सामने नहीं आए हैं।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ उपेंद्र दुबे दुबे ने बताया कि केंद्र सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि 60 साल से ऊपर के उन लोगों को भी कोरोनारोधी टीका की सतर्कता डोज लगाई जाए, जो दूसरी गंभीर बीमारियों से पीड़ित नहीं हैं। उन्होंने बताया कि बुजुर्गों को सतर्कता डोज में वही कोरोनारोधी टीका लगाया जाएगा, जो उन्हें पहले दोनों डोज में लगा है।