भोपाल : भारत हर विचार का सम्मान करने वाला देश है। यहां सभी धर्मों को माना जाता है। हमारे आचार्यों ने कई विचार दिए हैं। सामान्य वर्ग के कल्याण में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हमारा संकल्प है सामाजिक न्याय सामाजिक समरसता के साथ, इसलिए सामान्य वर्ग कल्याण आयोग बनाया। मैं सामान्य वर्ग के दर्द और पीड़ा को जानता हूं। गरीबी जाति देखकर नहीं आती है। यही वजह है कि सरकार ने छात्रवृत्ति से लेकर रोजगार उपलब्ध कराने की कई योजनाएं बनाई हैं। आयोग की कार्यशाला के जो निष्कर्ष सामने आएंगे, उन्हें लागू करके सामान्य वर्ग के लिए कदम उठाए जाएंगे। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को प्रशासन अकादमी में सामान्य वर्ग कल्याण आयोग की कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आप सभी सनातन संस्कृति के ध्वजवाहक हैं। हमने सामान्य वर्ग कल्याण आयोग बनाया था। इसके आधार पर हमने सामान्य वर्ग के गरीब बच्चें को छात्रवृत्ति दी। गोसंवर्धन का काम किया। आज की परिस्थितियों में आवश्यकता अनुरूप रोजगार और शिक्षा के लिए विचार करने की आवश्यकता है। सामान्य वर्ग के व्यक्ति आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी मांगते नहीं हैं। कई बार संकोच में रह जाते हैं, पर हमको सबको साथ में लेकर आगे बढ़ते जाना है। अब समरसता छात्रावास प्रारंभ कर रहे हैं। इसमें सभी वर्गों के बच्चे रहेंगे और पढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि देश को जातियों में बांटने का षड्यंत्र चल रहा है। कुछ को विदेशों से धन मिलता है। इंटरनेट मीडिया पर कई तरह की चीजें फैलाई जा रही है क्योंकि उनको लगता है कि ऐसे तो भारत को कमजोर नहीं किया जा सकता है, इसलिए जातियों में बांटो। हम सभी का दायित्व है कि इस दिशा में सोचें। कार्यशाला के जो निष्कर्ष निकलेंगे, उन्हें सरकार विचार करके लागू करेगा। इस कार्यक्रम में आयोग के अध्यक्ष शिव कुमार चौबे सहित अन्य उपस्थित थे।