Petrol Diesel Rate 29 March: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि का सिलसिला जारी है। दिल्ली में 80 पैसे दाम बढ़ने के बाद दाम 100.21 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया है। वहीं डीजल के दाम आज 70 पैसे बढ़ें हैं और एक लीटर के लिए दिल्लीवासियों को 91.47 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। वहीं मायानगरी मुंबई में 85 पैसे महंगा होकर पेट्रोल 115.04 रुपए प्रति लीटर और 75 पैसे महंगा होकर डीजल 99.25 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। इसी तरह चेन्नई में पेट्रोल 105.94 रुपए प्रति लीटर और डीजल 96 रुपए प्रति लीटर है। कोलकाता में एक लीटर पेट्रोल के लिए 109.68 रुपए और डीजल के लिए 94.62 खर्च करने पड़ रह हे हैं। 8 दिन यह सातवां मौका है जब पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं
ईंधन, रसोई गैस की बढ़ी कीमतें वापस ले सरकार
इससे पहले विपक्षी दलों ने पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के खिलाफ सोमवार को संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा किया और सरकार से तत्काल बढ़ी कीमतें वापस लेने की मांग की। रसोई गैस सिलेंडर के दाम में बड़ी बढ़ोतरी को भी जनता पर भारी बोझ करार देते हुए पेट्रोलियम उत्पादों के साथ चौतरफा बढ़ती महंगाई को लेकर प्रधानमंत्री से संसद में बयान देने की मांग भी की। महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष के आक्रामक तेवरों को देखते हुए सरकार ने अगले हफ्ते लोकसभा में इस पर चर्चा के लिए हामी भर दी है।
सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू ने विपक्षी सदस्यों के इस मुद्दे पर दिए कार्यस्थगन प्रस्ताव को नामंजूर करने की घोषणा के साथ ही सदन को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सदन स्थगित किए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट के जरिये हैरत जताते हुए कहा कि विपक्ष को संसद में अपनी बात रखने का मौका भी नहीं दिया जा रहा है। लोकसभा में भी प्रश्नकाल में कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी सदस्यों ने कीमतें वापस लेने की मांग करते हुए हंगामा शुरू किया। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने अपनी नाराजगी जताते हुए प्रश्नकाल बाधित नहीं करने और शून्यकाल में इसे उठाने के लिए कहा।
द्रमुक नेता टीआर बालू ने भी मूल्यवृद्धि पर चिता जाहिर करते हुए कहा कि हफ्ते भर में ही डीजल-पेट्रोल के दामों में चार रुपये प्रति लीटर से अधिक की वृद्धि हो चुकी है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान पीएम ने कहा था कि पेट्रोल-डीजल के दामों में 50 प्रतिशत कटौती होगी। मगर इस बढ़ोतरी पर वे चुप हैं। तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय ने भी डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस की मूल्यवृद्धि से जनता की बढ़ रही परेशानी का जिक्र करते हुए कहा कि इस महंगाई पर सदन में बहस कराया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यह मूल्यवृद्धि आखिर कहां जाकर रुकेगी? मूल्यवृद्धि पर सदन में बहस की विपक्ष की लगातार मांग को देखते हुए सरकार अगले हफ्ते लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा कराएगी। यूक्रेन-रूस युद्ध से पनपे हालात को लेकर लोकसभा में बुधवार को चर्चा होगी।