कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी की कोशिश करने वाले वाराणसी के लालपुर-पांडेयपुर थाने में तैनात मुख्य आरक्षी की हालत गंभीर बनी हुई है। इस प्रकरण में लालपुर-पांडेयपुर इंस्पेक्टर पर गाज गिर सकती है। रविवार को पुलिस महकमे में चर्चा है कि लालपुर-पांडेयपुर इंस्पेक्टर सुधीर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। उनकी जगह क्राइम टीम के सतीश यादव को लालपुर-पांडेयपुर थाने की कमान सौंपी गई है। हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
खुदकुशी की कोशिश करने वाले सिपाही यशवंत सिंह ने सुसाइड नोट में लालपुर-पांडेयपुर इंस्पेक्टर जिम्मेदार ठहराया था। बीमार बेटे की देखरेख के लिए थाने से छुट्टी नहीं मिलने की बात लिखी थी। सिपाही की पत्नी नंदा देवी ने शनिवार को पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश को बताया था कि लालपुर-पांडेयपुर थाना प्रभारी निरीक्षक द्वारा यशवंत को प्रताड़ित किया जाता है।
‘छुट्टी मांग रहे थे लेकिन नहीं मिली’
छोटे बेटे की तबीयत खराब चल रही है, इसलिए वह पिछले दिनों छुट्टी पर घर आए थे। वे छुट्टी मांग रहे थे लेकिन नहीं मिली। बड़े बेटे पीयूष ने बताया था कि पिता ने सुबह ही व्हाट्सएप पर सुसाइड नोट भेजा। इसके बाद ही उनके इस कदम के बारे में सूचना मिली। पुलिस आयुक्त ने इस प्रकरण पर जांच बैठाई थी।
नाइट ड्यूटी से लौटने के बाद खुद को मारी थी गोली
आजमगढ़ के मेहनगर थाना अंतर्गत पवनी खुर्द गांव निवासी यशवंत सिंह (53) लालपुर-पांडेयपुर थाने में जीप चालक हैं। मुख्य आरक्षी यशवंत सिंह पिछले 15 अप्रैल को छुट्टी पर घर गए थे और एक दिन पूर्व ही थाने पर लौटे। शनिवार सबह पुलिस लाइन स्थित आवास में रहने वाले यशवंत सिंह नाइट ड्यूटी के बाद थाने परिसर से सटे पहड़िया मंडी स्थित एक धर्मकांटा के पास सरकारी जीप लेकर पहुंचे, जहां नाइट अफसर सूर्यवंश यादव ने चाय पीने के लिए कहा तो यशवंत ने इंकार कर दिया और जीप के अंदर ही बैठे रहे।
जैसे ही सभी पुलिसकर्मी जीप से उतरकर चाय पीने दुकान पर पहुंचे थे कि यशवंत ने अपनी सरकारी पिस्टल से कनपटी में गोली मार ली। गोली की आवाज सुनते ही साथी पुलिसकर्मी भाग कर पहुंचे तो ड्राइविंग सीट पर यशवंत लहूलुहान हाल में अचेत थे। सिर का एक हिस्सा उखड़ गया था। नाजुक हालत में साथी पुलिसकर्मियों ने यशवंत को बीएचयू स्थित ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में भर्ती यशवंत की हालत गंभीर बनी हुई है।