भोपाल :लाउडस्पीकर निजी मामला है, इसे मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। इससे लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं, पर भड़काने की मंशा से लाउड स्पीकर का उपयोग हो, तो कार्रवाई जरूर होना चाहिए। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कही। वे प्रदेश कांग्रेस के कार्यक्रम के दौरान रविन्द्र भवन में मीडिया से बात कर रहे थे। नाथ ने कहा कि लाउडस्पीकर का दुरुपयोग न हो, मैं इससे सहमत हूं।
कांग्रेस को लेकर भाजपा नेताओं के लगातार आते बयानों पर नाथ ने कहा कि भाजपा को अपने संगठन की चिंता करनी चाहिए। कांग्रेस की चिंता न करें। उन्होंने बिजली और कोयला संकट पर सरकार को घेरते हुए कहा कि कोयला संकट के कारण बिजली संकट खड़ा हो गया है, जिससे किसान, छात्र, व्यापारी सहित पूरा प्रदेश परेशान है। उन्होंने कहा कि यह पिछले दो साल के भ्रष्टाचार का नतीजा है। बगैर कमीशन के सरकार में कोई सौदा नहीं हो पा रहा है। सरकार अब भी बिजली संकट को मजाक में ले रही है। यह आज उत्पन्न हुई स्थिति नहीं है। पिछले दो-तीन माह से संकट दिखाई दे रहा है। नाथ ने कहा कि इसके बाद भी सरकार कोयला और बिजली संकट से इंकार करती रही है। सरकार के पास इस संकट से निपटने की कोई तैयारी भी नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष पद छोड़ने को लेकर कही यह बात
कमल नाथ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ने का निर्णय मेरा है। मैं दो माह पहले ही नेतृत्व से आग्रह कर चुका था। डा. गोविंद सिंह जी के नाम का प्रस्ताव भी मैंने ही रखा। उन्होंने कहा कि मुझ पर दोहरी जिम्मेदारी है। मुझे चुनाव की तैयारी भी करनी है। इसलिए इस पद को छोड़ना चाहता था। मिशन : 2023 के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है।