आगरा के कालिंदी विहार स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराए गए युवक की बृहस्पतिवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। केंद्र के कर्मचारियों की सूचना पर हाथर के सादाबाद से पहुंचे परिजनों को अस्पताल में शव मिला। उन्होंने हंगामा कर दिया। सूचना पर पुलिस पहुंची। परिजनों ने थाना में तहरीर दी है। पुलिस जांच कर रही है।
सादाबाद के कश्यप नगर निवासी मुकेश कुमार (40) को बुधवार को कालिंदी विहार स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भेजा गया था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि बृहस्पतिवार शाम को चार बजे केंद्र से फोन आया। कहा कि मुकेश की तबियत खराब है। आगरा बुलाया। उन्हें फिरोजाबाद मार्ग स्थित हॉस्पिटल में बुलाया। अस्पताल पहुंचने पर मुकेश की मौत के बारे में पता चला। इस पर परिजनों ने हंगामा कर दिया।
कर्मचारियों पर लगाया हत्या का आरोप
सूचना पर थाने की फोर्स पहुंची। पुलिस ने परिजनों को समझाया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाया। तहरीर भी दी। सीओ छत्ता सुकन्या शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। परिजनों की तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
गूगल पर देखा था नंबर
परिजनों ने पुलिस को बताया कि मुकेश की शराब की लत को छुड़ाने के लिए गूगल पर खोज की थी। तब नशा मुक्ति केंद्र का नंबर मिला। कॉल करने पर एक कर्मचारी ने बात की। उसने कहा कि वह दो माह में नशा छुड़वा देंगे। दो महीने के सात हजार रुपये मांगे। बात तय होने पर कर्मचारी घर पहुंच गए। 4500 रुपये लेने के बाद मुकेश को अपने साथ ले आए। सुबह कॉल करके मुकेश से बात कराने को कहा था। मगर, बात नहीं कराई।