भिलाई: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के धमधा ब्लाक स्थित ग्राम अकोली में अंतरजातीय विवाह का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कलेक्टर के जनदर्शन में पहुंचे शिकायत के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा था। अब प्रशासन की समझाइश के बाद जहां मामला शांत होना बताया जा रहा था। पीड़ित युवक योगेंद्र वर्मा ने उसके पिता अनुज राम वर्मा और मां से शनिवार की रात मारपीट करने का आरोप लगाया है।
इसके साथ ही पीड़ित युवक ने धमधा थाने में जाकर लिखित शिकायत की है। दूसरी ओर सरपंच राजकुमार वर्मा सहित ग्रामीणों ने बीती रात थाने में पहुंचकर पीड़ित युवक योगेंद्र वर्मा के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए धमधा पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर समझाइश दी है।
आपको बता दें धमधा के ग्राम अकोली पंचायत द्वारा अंतर जातीय विवाह करने वाले युवकों के खिलाफ अजीबो गरीब फरमान जारी किया गया है। इसमें अपनी जाति के बाहर शादी करने वाले युवकों को गांव में ही भीख मंगवाया जाता है। इसके अलावा 50 हजार जुर्माना लिया जाता है। साथ ही जो इनका साथ देता है उनके खिलाफ भी पंचायत कार्रवाई करते हुए एक लाख रुपये दंड लगाती है।
ग्रामीणों को भी ऐसी शादी करने वालों से दूर रहने के लिए कहा जाता है। इस कुरीति के खिलाफ गांव के ही पीड़ित युवक योगेंद्र वर्मा ने आवाज उठाई है । उसके द्वारा इस मामले की शिकायत दुर्ग कलेक्टर एसपी से की गई है जनदर्शन में पहुंची। शिकायत के बाद दुर्ग कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने धमधा के एसडीएम बृजेश क्षत्रिय को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा था ।
नईदुनिया ने इस सामाजिक कुरीति को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद सरपंच राजकुमार वर्मा द्वारा पीड़ित युवक को शनिवार की रात बुलाकर उसकी पिटाई कर दी। साथ ही यह भी कहा गया कि मीडिया में खबर देकर उसकी और गांव की बदनामी की जा रही है। योगेंद्र वर्मा ने बताया कि सरपंच और उसके साथियों ने उसकी और उसके परिवार की जमकर पिटाई की है। जिसकी शिकायत वह धमधा थाने में कर दी है।
धमधा टीआई विपिन रंगारी ने कहा, मामला पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। इसके बाद फिर से विवाद होना समझ के परे है। ग्राम अकोली के ग्रामीण शनिवार की रात थाने में आए थे वहां पर एक महिला के साथ योगेंद्र वर्मा पर मारपीट का आरोप लगाया गया है। दूसरा पक्ष योगेंद्र वर्मा अपने परिवार के साथ रविवार को थाने पहुंचा था। जिसने सरपंच पर मारपीट का आरोप लगाया है। दोनों पक्षों को थाने बुलाकर समझाइश दी जा रही है।