मांडू: पर्यटन नगरी मांडू से लगी काकड़ा खोह की खतरनाक गहरी खाई में सोमवार को 1000 फीट नीचे अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। जानकारी मिलने के बाद मांडू पुलिस मौके पर पहुंची। मांडू थाना प्रभारी भंवर सिंह वसुनिया ने बताया कि सरपंच श्याम भूरिया ने सूचना देकर बताया था कि काकड़ा खोह की खाई में एक अज्ञात व्यक्ति का शव दिखाई दे रहा है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस बल पहुंचा। शव अधिक गहरी खाई में होने के कारण एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया है। शव को निकालने के लिए रेस्क्यू जारी है। मांडू पुलिस और एसटीआरएफ की टीम से शव निकालने का पूरा प्रयास कर रही है।
अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यह अज्ञात व्यक्ति कोई पर्यटक है या स्थानीय व्यक्ति। किसी ने यहां गिरने या आत्महत्या करते हुए भी नहीं देखा है। मौके पर मांडू एसआइ त्रिलोक बोरासी राजेंद्र गिरी सहित पुलिस बल मौजूद है। कोठी सोडपुर सरपंच श्याम भूरिया ने बताया कि सुबह 7 बजे पर्यटकों ने जानकारी दी थी कि किसी अज्ञात व्यक्ति का शव गहरी खाई में पड़ा हुआ है। मौके पर पहुंचकर पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
सुसाइड प्वाइंट के नाम से भी जाना जाता है काकड़ा खोह
मांडू में प्रवेश करने के पूर्व पर्यटन स्थल के रूप में विख्यात काकड़ा खो सुसाइड प्वाइंट के नाम से भी जाना जाता है पिछले पांच दशकों में सैकड़ों लोगों ने यहां आकर खाई के मुहाने से कूदकर आत्महत्या की है। अपराधों से भी तीसरे स्थान का नाता रहा है कई बार यहां मिले अज्ञात शवों कि पुलिस द्वारा पड़ताल किए जाने के बाद जानकारी मिली की हत्या कर शव खाई में फेंक दिया गया है। यह स्थान15-20 वर्षों पूर्व हालात यह थे कि खाई काफी घनी थी अगर यहां कोई हादसा होता था तो महीनों सालों तक घटना का पता भी नहीं चलता था। इसके पूर्व सैकड़ों घटनाक्रम के स्थान पर हो चुके हैं।
सुरक्षा के माकूल इंतजाम होना जरूरी
काकड़ा खोह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन अब यह इस तरह के घटनाक्रमों के कारण बदनाम हो रहा है। नवीन पर्यटन सत्र शुरू होते ही शव मिलने की घटना से डर का वातावरण बन गया है। यहां सुरक्षा के कड़े प्रबंध होना चाहिए ताकि कोई भी आपराधिक घटना क्रम नहीं हो सके वहीं खोह को चारों ओर से ऊंची बाउंड्री वाल से सुरक्षित करना चाहिए। पर्यटक खोह के किनारे पर ना पहुंचे इसके लिए वहां सूचना बोर्ड के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात करने की जरूरत है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरे क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरे से भी कवर करना चाहिए।