दिल्ली में पेयजल संकट के बीच प्रदेश भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल से मुलाकात कर 100 क्यूसेक अतिरिक्त पानी देने की मांग की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने बताया कि सीएम ने अतिरिक्त पानी देने पर सहमति जताई है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि इंसानियत का परिचय देते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने पानी देने के लिए हामी भरी है। गुप्ता ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 30 फीसदी लीकेज खत्म किया जाए तो दिल्ली को अन्य राज्य से पानी मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हरियाणा से करार के मुताबिक पर्याप्त पानी मिल रहा है। सीएम अरविंद केजरीवाल पर जब भी कोई संकट आता है तो वह अपना पल्ला झाड़ अन्य राज्यों पर दोष मढ़ने लगते हैं।
सच्चाई यह है कि पानी की किल्लत के जिम्मेदार वह खुद हैं। पहले यमुना प्रदूषण से लेकर पानी की समस्या में हरियाणा और पंजाब दोनों राज्य दोषी हुआ करते थे, लेकिन आज सिर्फ हरियाणा को दोष दे रहे हैं, क्योंकि पंजाब में उनकी सरकार है।
हरियाणा सरकार को दिया धन्यवाद
प्रतिनिधिमंडल में शामिल दिल्ली नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, उपाध्यक्ष राजन तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता बृजेश राय, पूर्वांचल मोर्चा के महामंत्री संतोष ओझा और खेमचंद शर्मा ने हैदरपुर और बवाना वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को मिलाकर साल 2015 में 84000 एमजीडी, 2016 में 88000 एमजीडी, 2017 में 88500 एमजीडी, 2018 में 88000 एमजीडी, 2019 में 89500 एमजीडी, 2020 में 92000 एमजीडी, 2021 में 92500 एमजीडी और 2022 में अब तक 85500 एमजीडी पानी देने के लिए हरियाणा सरकार को धन्यवाद दिया गया है।