ग्वालियर : मानसून की बेरुखी के चलते शहर में गर्मी ने रफ्तार पकड़ ली है। पिछले दो दिनों से ग्वालियर प्रदेश में सबसे गर्म बना हुआ है। शनिवार को सुबह से बादलों ने घेराबंदी कर ली है। दोपहर में गर्मी बढ़ने पर मौसम बदल जाएगा। शाम को गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार रहेंगे। मौसम विभाग ने दस जुलाई को हल्की से मध्यम वर्षा के आसार जताए हैं। 13 जुलाई के बाद अच्छी बर्षा हो सकती है। क्योंकि बंगाल की खाड़ी में नया कम दवाब का क्षेत्र विकसित हो रहा है। हांलाकि यह सिस्टम भोपाल के रास्ते जाएगा। नमी अाने से ग्वालियर-चंबल संभाग में वर्षा हो सकती है।
मानसून ट्रफ लाइन उत्तर की ओर खिसक रही है। गत दिवस गुना तक आ गई थी, जिसके चलते बर्षा के आसार बन रहे थे, लेकिन ट्रफ लाइन उत्तर की ओर आने की वजाए जबलपुर, कोटा, जैसलमेर की ओर चल गई। यह ट्रफ लाइन ग्वालियर-चंबल संभाग से काफी दूर चली गई। इसके चलते बर्षा करने वाले बादल नहीं आ सके। शहर में हल्के बादल छाए रहे। जिसकी वजह से सूरज की तल्खी गई। वर्षा नहीं होने से गर्मी बढ़ती जा रही है।
सिस्टम प्रभावी, ग्वालियर से काफी दूर, इसलिए वर्षा नहीं
– दक्षिण पश्चिम राजस्थान में चक्रवातीय घेरा बना हुआ है। दूसरा उड़ीसा-आ्रध्र प्रदेश तट पर चक्रवातीय घेरा है। इन दोनों घेरों तक मानसून ट्रफ लाइन सक्रिय है। इस कारण राजस्थान व दक्षिण भारत में वर्षा हो रही है। ये ग्वालियर से काफी दूर हैं। इस कारणवर्षा नहीं हो पा रही है।
– अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से जो नमी आ रही है, उसे ऊपर उठाने के लिए कोई प्रभावी सिस्टम नहीं है।
– कर्नाटक से गुजरात तट तक आफ शोर ट्रफ बनी है।