राजधानी में डेंगू का खतरा निरंतर बढ़ रहा है। इस साल अब तक डेंगू के 153 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 10 नए मामले बीते एक हफ्ते में आए हैं। दिल्ली नगर निगम की ओर से सोमवार को जारी की गई रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। एमसीडी के जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में इस साल की शुरुआत से ही डेंगू के मामले दर्ज किए गए। दरअसल इस साल का मौसम मच्छरों के पनपने के अनुकूल है।
रिपोर्ट के मुताबिक, दो जुलाई तक दिल्ली में डेंगू के 143 मामले दर्ज किए गए थे और नौ जुलाई को यह संख्या बढ़कर 153 हो गई। बताते चलें कि दिल्ली में इस साल जनवरी में डेंगू के 23, फरवरी में 16, मार्च में 22, अप्रैल में 20, मई में 30 और जून में 32 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि जुलाई माह में नौ तारीख तक दस नए मरीज सामने आ चुके हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि शहर में मच्छर जनित इस बीमारी से अब तक मौत का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
पिछले साल की तुलना में चार गुना ज्यादा मामले
दिल्ली में पिछले साल एक जनवरी से नौ जुलाई के बीच डेंगू के 38 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि इस साल करीब चार गुना ज्यादा मामले सामने आए हैं। यह पांच साल में डेंगू के सर्वाधिक मामले हैं। 2017 में डेंगू के 77 मामले, 2018 में 36 मामले, 2019 में 27 मामले और 2020 में 22 मामले आए थे।
इस साल सर्दी के महीने में डेंगू के 23 मामले
डेंगू के ज्यादातर मामले आमतौर पर जुलाई से नवंबर के बीच सामने आते हैं, लेकिन पिछले साल यह अवधि मध्य दिसंबर तक खिंच गई थी। जबकि इस साल जनवरी में ही डेंगू के 23 मामले सामने आए थे।
2015 में कहर बनकर टूटा था डेंगू
पिछले साल दिल्ली में डेंगू के कुल 9,613 मामले दर्ज किए गए थे, जो 2015 के बाद सबसे अधिक थे। उस दौरान दिल्ली में डेंगू ने 23 मरीजों की जान ली थी। दिल्ली में डेंगू से मौतों का यह आंकड़ा 2016 के बाद से सर्वाधिक था। दिल्ली में 2019 में डेंगू से दो, 2018 में चार और 2017 में 10 मौतें दर्ज की गई थी। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2016 में दिल्ली में डेंगू के 4,431, 2017 में 4,726, 2018 में 2,798, 2019 में 2,036 और 2020 में 1,072 मामले सामने आए थे। साल 2015 में शहर में बड़े पैमाने पर डेंगू का प्रकोप देखा गया था और अकेले अक्तूबर माह में 10,600 से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए थे।