सार
किशोरी ने अपहरणकर्ताओं की गिरफ्त से छूटने के बाद पुलिस को आपबीती बताई है। हालांकि, पुलिस ने कार्रवाई करने की जगह मामले को रफा-दफा कर दिया।
विस्तार
लखनऊ से चार दिन पहले अपहृत की गई किशोरी को दो युवकों ने घर लगाकर बंधक बनाया। उसके बाद नशे की डोज देकर तीन दिन तक दुष्कर्म किया। उनके चंगुल से भागी युवती शोर मचाते हुए दूसरे गांव पहुंची। जहां ग्रामीणों ने उसकी आपबीती सुन पुलिस को सूचना दी। मगर, पुलिस ने रातों- रात किशोरी के परिजनों को बुलाया और उसे सौंपा मामले को रफा-दफा कर दिया।
बदोसराय कोतवाली क्षेत्र के नसीमापुर निवासी गुड्डू मौर्य व श्रवण विश्वकर्मा लखनऊ में मजदूरी करते हैं। चार दिन पहले उन्होंने लखनऊ के मुंशी पुलिया के पास से एक युवती को अगवा कर गांव लाए। यहां पर उसे नशे की डोज देकर तीन दिन बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। शुक्रवार की देर रात उनके चंगुल से छूटी किशोरी चीखते-चिल्लाते हुए पड़ोस के गांव रूपऊपुर पहुंची। यहां ग्रामीणों ने किशोरी से रूक कर कारण ही पूछ ही रहे थे कि पीछा करते हुए दोनों युवक पहुंच गए।
इस पर ग्रामीणों ने युवकों को खदेड़ने के बाद डायल 112 बुला किशोरी को सौंप दिया। इसके बाद किशोरी थाने लाई गई। जहां पर पुलिस ने उससे बातचीत की तो उसने आपबीती के साथ अपना नाम व पता बताया। यह सुन पुलिस की नींद उड़ गई। आनन-फानन परिजनों को सूचना देकर पुलिस ने थाने बुलाया। उसके बाद रातों-रात युवती को परिजनों को सौंप मामले को रफा-दफा कर दिया।
थाना प्रभारी अमित मिश्रा ने बताया कि लखनऊ की रहने वाली किशोरी को कुछ लोग लेकर आए थे। विवाह कराने की बात कहकर यहां छोड़ गए थे। जिसे परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजनों ने बताया कि किशोरी की मानसिक स्थित ठीक नहीं है। वह कई बार घर से भाग चुकी है।