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गोमती के दायें तट पर 300 करोड़ से बनेगा आठ किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर

Lucknow news

लखनऊ। एलडीए ने शहर को ट्रैफिक जाम से मुक्त कराने के लिए ग्रीन कॉरिडोर का जो खाका खींचा, उसके पहले चरण के काम के लिए 120 करोड़ रुपये की व्यवस्था कर ली है। पहले चरण में दाएं तट पर आईआईएम रोड से पक्का पुल (हार्डिंग ब्रिज) के बीच करीब आठ किमी में सड़क तैयार की जाएगी। इस पर 300 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। दीपावली तक इस भाग में जल निगम के पास गऊ घाट पंपिंग स्टेशन पर एक किमी लंबा फ्लाईओवर बनाने का काम शुरू हो जाएगा।


एलडीए के अधिशासी अभियंता संजीव गुप्ता का कहना है कि पहले चरण में फ्लाईओवर और 120 मीटर बचे हुए बंधा के भाग पर सड़क बनाने के लिए 135 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें से 120 करोड़ रुपये की मंजूरी हो गई है। बाकी भाग के लिए भी बजट की व्यवस्था एलडीए कर रहा है। सबसे पहले कुड़ियाघाट होते हुए पक्का पुल तक बने बंधा को चौड़ा कर चार लेन की सड़क बनाई जानी है। इसमें गऊघाट पर एक एलीवेटेड सेक्शन है। 15 दिन के भीतर इस कार्य के मद का टेंडर जारी कर दिया जाएगा। ठेकेदार का चयन होते ही अगले 60 दिन में लगभग आठ किमी के कार्य की शुरुआत हो जाएगी।


दूसरे चरण में एनओसी के बाद ही काम, बदल सकता है डिजाइन
एलडीए अधिकारियों का कहना है कि दूसरे चरण के ग्रीन कॉरिडोर में करीब तीन किलोमीटर तक के दायरे में पांच संरक्षित स्मारक आ रही हैं। इनमें केंद्रीय संरक्षित स्मारक विलायती बाग, मछली भवन के निकट सीमेट्री, रूमी दरवाजा, ब्रिटिश रेजीडेंसी और बड़ा इमामबाड़ा शामिल है। यहां एलिवेटेड कॉरिडोर की सड़क व एलिवेटेड पुल के निर्माण के लिए पुरातत्व विभाग से एलडीए ने एनओसी मांगी थी, जो अभी मिल नहीं सकी है। ऐसे में ग्रीन कॉरिडोर के दूसरे फेज के लिए अब एलाइनमेंट में बदलाव किया जाएगा। ऐसे में जिस क्षेत्र में संरक्षित स्मारक आएंगे, वहां गोमती नदी के एक छोर पर ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण होगा। इसके लिए डिजाइन में जरूरी बदलाव के बाद ही निर्माण शुरू हो पाएगा।


ग्रीन कॉरिडोर के पहले चरण में 760 करोड़ का खर्च

एलडीए के ग्रीन कॉरिडोर प्राजेक्ट को चार भागों में बांटा गया है। इसमें पहलेे भाग आईआईएम रोड से पक्का पुल के बीच दोनों तट पर कुल 760 करोड़ रुपये की रकम खर्च होगी। ग्रीन कॉरिडोर के दूसरे चरण का कार्य गोमती नदी में दोनों छोर पर पक्का पुल से पिपराघाट तक दोनों ओर कॉरिडोर बनाया जाना था। पूरे ग्रीन कॉरिडोर को बनाने के लिए एलडीए को करीब 3000 करोड़ रुपये की जरूरत है। इसके लिए नदी किनारे व अन्य जगहों पर मौजूद सरकारी स्वामित्व की जमीन का मोनेटाइजेशन एलडीए को करना है।


120 करोड़ से बनेगा जल निगम के पास फ्लाईओवर
एलडीए पहले चरण में ग्रीन कॉरिडोर का जो कार्य शुरू करेगा, उसमें 120 करोड़ रुपये का सेतु निर्माण भी शामिल है। इस सेतु के जरिये आईआईएम रोड से आने वाले रास्ते को पक्का पुल के बीच को जोड़ेंगे। दरअसल, बीच में गोमती नदी का वह हिस्सा पड़ता जिसका पानी गऊघाट पंप हाउस के जरिये शहर को आपूर्ति होता है।


टेंडर जारी करने की चल रही प्रक्रिया
एलडीए वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि ग्रीन कॉरिडोर के पहले चरण का कार्य शुरू कराने के लिए टेंडर जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। 31 अगस्त तक टेंडर जारी हो जाएगा। ठेकेदार का चयन करके दो माह के भीतर काम शुरू करा दिया जाएगा।