गोरखपुर जनता दरबार में फरियाद सुनते सीएम योगी।
गोरखनाथ मंदिर में सोमवार सुबह आयोजित जनता दरबार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महिला फरियादियों की गोद में बच्चों को देखकर खुद को रोक नहीं सके। पहले बच्चों को गोद में उठाकर उन्हें दुलारा, चाकलेट दिया फिर महिलाओं से प्रार्थनापत्र लेकर उनकी समस्याएं सुनीं।
करीब दो घंटे तक सीएम योगी जनता दर्शन में मौजूद रहे। करीब एक हजार फरियादियों की भीड़ में एक-एक फरियादी तक खुद जाकर उनकी पीड़ा सुनी, उसके बाद त्वरित निराकरण का निर्देश अधिकारियों को दिया। उन्होंने दो टूक कहा, निस्तारण संतुष्टिपरक होना चाहिए ताकि कोई भी फरियादी एक ही समस्या के लिए बार-बार परेशान न हो। इस दौरान उनकी नजर जब फरियादियों की गोद में बैठे मासूमों पर पड़ी तो उनको दुलारा, आशीर्वाद दिया और चॉकलेट देकर उनके चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी।
गोरखपुर जनता दरबार में फरियाद सुनते सीएम योगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित हिन्दू सेवाश्रम में ‘जनता दर्शन’ में आए लोगों की समस्याएं इत्मीनान से सुनीं। संबंधित अधिकारियों को इन समस्याओं के निराकरण के लिए निर्देशित किया। जनता दर्शन में दूर दराज से करीब एक हजार फरियादी पहुंचे थे। सीएम ने यात्री निवास में भी जाकर फरियादियों की समस्याएं सुनी। आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का निदान किया जाएगा।
गोरखपुर जनता दरबार में फरियाद सुनते सीएम योगी।
जनता दर्शन में काफी संख्या में महिलाएं (खासकर अल्पसंख्यक वर्ग की) भी अपनी समस्याएं लेकर आई थीं। उन्होंने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित किया कि संजीदगी के साथ गुणवत्तापूर्ण ढंग से फरियादियों की समस्याओं का समाधान करें। ताकि उन्हें एक ही समस्या को लेकर बार बार जनता दर्शन में न आना पड़े।
जनता दरबार में बच्चे को चॉकलेट देते सीएम योगी।
जनता दर्शन में सीएम योगी से मिलने आई महिलाओं के साथ छोटे बच्चे भी थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने हाथों से सभी छोटे बच्चों को चाकलेट वितरित किया। उन्हें अपना स्नेह भी दिया।
गोरखपुर जनता दरबार में फरियाद सुनते सीएम योगी।
इसके पहले सोमवार की सुबह मठ से बाहर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वप्रथम शिवावतारी गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन किया। उसके बाद अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक आशीर्वाद लिया। मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए गोशाला पहुंच, वहां गोसेवा की। उसके बाद संत निवास के पास श्वान कालू एवं गोलू को दुलार किया।