Wednesday , December 18 2024

छात्रा की खुदकुशी: रात भर धरने पर बैठे रहे छात्र-छात्राएं, जांच कमेटी में वार्डेन के शामिल होने पर उठाए सवाल

सार

डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि में छात्रा के द्वारा फांसी लगाने से आक्रोशित छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया और मामले की जांच की मांग करते हुए रात भर धरने पर बैठे रहे।

नाराज छात्र रातभर धरने पर बैठे रहे।

नाराज छात्र रातभर धरने पर बैठे रहे। 

विस्तार

डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि में शनिवार को दिव्यांग छात्रा अंजलि यादव ने खुदकुशी कर ली। वह स्पेशल बीएड एचआई की छात्रा थी। फिलहाल इस बात का पता नहीं चला है कि छात्रा ने खुदकुशी क्यों की। अंजलि के फांसी लगाने के बाद भड़के साथी छात्रों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मोहान रोड के बीच बैठे छात्रों ने कॉलेज पर सुविधाएं न देने का आरोप लगाया और मंत्री को बुलाने की मांग की।

सूचना पर एसीपी काकोरी, पारा इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिस बल मौके पर पहुंचा। आला अफसरों के समझाने के बाद भी बच्चे पूरी रात धरने पर बैठे रहे। धरना रविवार को भी जारी है। हालांकि, संख्या आधी हुई है। छात्र ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। छात्रों में मामले में विवि द्वारा गठित जांच कमेटी में छात्रावास की ही वार्डेन को शामिल करने पर सवाल उठा रहे हैं।

छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज में न तो एंबुलेंस की सुविधा है, न तो जरूरत के अन्य सामान की व्यवस्था है। विषय में बैक आने के बाद छात्रा काफी परेशान रहने लगी थी। आरोप है कि शिक्षक की प्रताड़ना से तंग आकर छात्रा ने फांसी लगाई है। वहीं, गोमती नगर निवासी महेश यादव ने बताया कि कॉलेज दूर होने के कारण बेटी अंजलि को कॉलेज में हॉस्टल दिलवा दिया था। छुट्टी होने पर बेटी घर आ जाती थी। कुछ दिनों पहले बेटी घर आई थी, लेकिन उसने कुछ बताया नहीं। वह खुशमिजाज थी।

सपा विधायक ने की कार्रवाई की मांग
सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कार्रवाई की मांगी की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जुल्म और अन्याय से परेशान होकर छात्रा ने फांसी लगा ली। मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

पहले भी सामने आए हैं ऐसे मामले 
विवि में इससे पहले भी सुसाइड के मामले सामने आ चुके हैं। कुछ साल पहले बीएड की एक छात्रा रेनू ने सुसाइड कर लिया था। इसके बाद विवि परिसर में बस की टक्कर से एक छात्रा की जान चली गई थी। इस मामले में छात्रों ने विवि प्रशासन पर लापरवाही व समय से एंबुलेंस की सुविधा न मिलने की शिकायत की थी। अंजलि के मामले में भी छात्राओं ने आरोप लगाया कि घटना की जानकारी के देर बाद तक विवि के जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंचे।

शाम तक थी ठीक, फिर अचानक क्या हुआ
छात्राओं के अनुसार, अंजली शाम तक ठीक थी। वह विवि में विशेष शिक्षा संकाय की ओर से आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में भी शामिल हुई थी। इसके बाद सहेलियों के साथ कैंटीन में चाय पीने भी गई थी। छात्रा अंजलि की दोस्त अर्शी ने बताया कि शनिवार शाम करीब चार बजे मेस में साथ बैठे थे। चाय पीने के बाद करीब छह बजे वह कमरे में चली गई। इसके थोड़ी देर बादी ही उसके फांसी लगाने की सूचना मिली। अचानक ऐसा क्या हुआ कि उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया।

हंगामे के दौरान छात्रों पर चढ़ाई बाइक
हंगामे के दौरान तेज रफ्तार में आ रहे बाइक सवार ने छात्रों पर बाइक चढ़ा दी। इसमें कुछ छात्र चोटिल हो गए। इससे नाराज छात्रों ने बाइक सवार को जमकर पीट दिया। किसी तरह पुलिस ने बाइक सवार को वहां से निकालकर थाने भेजा।

वीसी को हटाने की मांग
प्रदर्शन की सूचना पर देर रात वीसी प्रो. राणा कृष्ण पाल सिंह मौके पर पहुंचे। इस पर छात्र हाय-हाय के नारा लगाने लगे। काफी देर बातचीत के बाद भी छात्र नहीं माने और वीसी को हटाने की मांग की। 

पुनर्वास विवि के रजिस्ट्रार अमित कुमार सिंह का कहना है कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। बैक पेपर बहुत से विद्यार्थियों के आते हैं और इसे क्लियर करने के बाद कई अवसर भी दिए जाते हैं। घटना की जांच की जाएगी। हमारी संवेदनाएं छात्रा के परिजनों के साथ हैं।