सार
अग्निशमन विभाग द्वारा व्यावसायिक या सांस्थानिक भवनों को एनओसी देने के संबंध में एक प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसके बाद इसे कैबिनेट से मंजूरी दिलाई जाएगी।
लखनऊ के होटल लेवाना सुइट्स में हुए अग्निकांड के बाद जांच के लिए पहुंचे अधिकारी।
विस्तार
आने वाले दिनों में अग्निशमन विभाग किसी भी व्यावसायिक या सांस्थानिक भवनों को सीधे एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) नहीं देगा। इसके लिए विकास प्राधिकरणों के जरिए एनओसी दिलाने की तैयारी है। अग्निशमन विभाग इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर रहा है। जल्द ही प्रस्ताव तैयार होने की उम्मीद है। इसके बाद इसे मंजूरी के लिए कैबिनेट के समक्ष पेश किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक अक्सर तथ्यों को छिपाकर अग्निशमन विभाग से व्यावसायिक भवनों की एनओसी ले ली जाती है। फिर यही एनओसी दिखाकर प्राधिकरणों से नक्शा पास करा लिया जाता है। होटल लेवाना सुइट्स में हुए अग्निकांड के बाद जांच में पता चला कि इस तरह की एनओसी प्रदेश में बड़े पैमाने पर दी गई है। इनमें मानकों को न पूरा करने वाले भवनों को भी एनओसी दे दी गई।
इससे अग्निशमन विभाग की साख पर सवाल उठने लगे। इससे बचने के लिए अग्निशमन विभाग अब ऐसा प्रस्ताव तैयार कर रहा है कि जिससे नक्शा पास करने और एनओसी देने की जिम्मेदारी सीधे उसकी न होकर प्राधिकरणों की हो।
अग्निशमन विभाग की जिम्मेदारी सिर्फ यह देखना होगा कि भवन निर्माण में अग्नि सुरक्षा के तय मानक पूरे हैं या नहीं। उसी आधार पर अग्निशमन विभाग अपनी रिपोर्ट प्राधिकरण को देगा, फिर प्राधिकरण एनओसी जारी करेगा। जहां प्राधिकरण नहीं हैं वहां स्थानीय निकाय व जिला पंचायतों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी।