Wednesday , December 18 2024

Railway Group-D exam: रेलवे ग्रुप-डी की परीक्षा में सेंधमारी, ऑनलाइन सेंटर से एसटीएफ और पुलिस ने आठ को पकड़ा

सार

रेलवे ग्रुप-डी की परीक्षा में सेंधमारी करने वाले दो सॉल्वर समेत आठ लोग  गिरफ्तार किए गए हैं। नौसड़ स्थित स्वास्तिक ऑनलाइन सेंटर से आरोपियों को एसटीएफ और पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

आरोपियों को एसटीएफ और पुलिस ने गिरफ्तार किया

आरोपियों को एसटीएफ और पुलिस ने गिरफ्तार किया

विस्तार

रेलवे की ग्रुप-डी की ऑनलाइन परीक्षा में मंगलवार को सॉल्वर गैंग ने सेंध लगा दी। एसटीएफ और पुलिस ने दो सॉल्वर सहित आठ लोगों को नौसड़ के स्वास्तिक ऑनलाइन सेंटर से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों से पूछताछ में पता चला कि पांच लाख रुपये में सौदा होता था। 

पहली पाली में एसटीएफ ने चार युवकों को पकड़ा, जबकि तीसरी पाली में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने आरोपियों के खिलाफ गीडा थाने में केस दर्ज कराया है। एसटीएफ को रेलवे ग्रुप-डी की परीक्षा में सॉल्वर के बैठने की सूचना मिली थी। 

इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह के नेतृत्व में टीम ने स्वास्तिक आनलाइन सेंटर नौसड़ स्थित केंद्र के बाहर से तीन युवकों को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ में पता चला कि स्वास्तिक आनलाइन सेंटर के कक्ष में मूल अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार के स्थान पर सॉल्वर रंजीत कुमार परीक्षा दे रहा है। टीम ने सेंटर के अंदर जाकर ड्यूटी पर मौजूद कर्मियों को साथ लेकर सॉल्वर रंजीत को गिरफ्तार कर लिया।

पकड़े गए आरोपियों की पहचान रंजीत कुमार (सॉल्वर) पुत्र राम प्रसाद निवासी मोहल्ला गाड़ीखाना, पोस्ट व थाना खगौल, जनपद पटना, बिहार। वर्तमान पता मकान नंबर-टी/1/डी सीटी रेलवे कालोनी, लखनऊ। अखिलेश्वर सिंह पुत्र स्व श्याम बहादुर सिंह, निवासी ग्राम व पोस्ट अहिरौली बघेल, थाना बनकटा, जनपद देवरिया। वर्तमान पता पादरी बाजार, गोरखपुर। मिथिलेश कुमार (परीक्षार्थी) पुत्र मातादीन, निवासी ग्राम बहरामपुर, पोस्ट भैसहां, थाना खोराबार, जनपद गोरखपुर। रामनरेश पुत्र सुंदरलाल यादव, निवासी ग्राम हीहुरा, पोस्ट मलिक मऊ चैबारा, जिला रायबरेली के रूप में हुई है। 

उधर, पुलिस ने स्वास्तिक ऑनलाइन सेंटर नौसड़ से रेलवे की ग्रुप-डी परीक्षा की तीसरी पाली में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने वाले सॉल्वर गैंग के चार गुर्गों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान बिहार के पंकज, संदीप, इंद्रजीत और दीपचंद के रूप में हुई है। इनके पास से फर्जी आधार कार्ड, कॉल लेटर मिले हैं। खोराबार इलाके के दीपचंद की जगह पर बिहार का पंकज परीक्षा दे रहा था।