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सेमीफाइनल में भारत के प्रियांशु राजावत की हार, चीनी ताइपे के ची यू जेन फाइनल में

सेमीफाइनल मुकाबलों में दिखा जापानी खिलाड़ियों का दबदबा
सैयद मोदी बैडमिंटन चैपियनशिप एचएसबीसी वर्ल्डटुअर सुपर 300

लखनऊ : चीनी ताइपे के ची यू जेन ने अपने तगड़े व दमदार स्मैश और तेज सर्विस के प्रदर्शन की बदौलत सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल बैडमिंटन चैपियनशिप एचएसबीसी वर्ल्ड टुअर सुपर 300 में पुरुष सिंगल्स सेमीफाइनल में भारत के युवा स्टार प्रियांशु राजावत की चुनौती को थामकर फाइनल में जगह बना ली। बाबू बनारसी दास बैडमिंटन अकादमी में भारतीय बैडमिंटन एसोसिएशन (बीएआई) के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश बैडमिंटन संघ द्वारा आयोजित 2,10,000 अमेरिकी डालर की इनामी राशि वाली चैंपियनशिप में इस सेमीफाइनल में चीनी ताइपे के खिलाड़ी ने 74 मिनट चले मुकाबले में 18-21, 21-14, 21-17 से जीत दर्ज की। वहीं हार के बावजूद प्रियांशु ने दर्शकों का दिल जीत लिया।

पहला गेम स्थानीय दर्शकों के भरपूर समर्थन के बीच प्रियांशु ने पहला गेम कड़ी टक्कर के बाद 21-18 से जीत लिया। दूसरा गेम ची यू जेन ने झन्नाटेदार स्मैश के सहारे 21-14 से जीत लिया। तीसरे गेम में प्रियांशु ने 11-9 से पिछड़ने के बाद कुछ गलतियां की। हालांकि प्रियांशु ने प्रतिद्वंद्वी को थकाने की रणनीति अपनाई लेकिन उनके कई स्मैश नेट में उलझ गए तो वो बैक हैंड शॉट में भी चूक गए। ओरलियांस मास्टर-2023 के विजेता व 2022 में थामस कप की विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे प्रियांशु राजावत ने वापसी की पूरी कोशिश की लेकिन चीनी ताइपे के खिलाड़ी ने यह गेम 21-17 से जीतते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया।

दूसरी ओर प्रियांशु की हार से निराश भारतीय खेलप्रेमियों ने इस भारतीय खिलाड़ी का तालिया बजाकर हौसला बढ़ाया। दरअसल दिग्गज के.श्रीकांत, बी.साई प्रणीत व समीर वर्मा की पहले राउंड से विदाई के बाद प्रियांशु पर एकल में भारतीय उम्मीदों का दारोमदार था। इसलिए नवाबों के शहर के खेल प्रेमी भी इस भारतीय खिलाड़ी को चीयर्स करने पहुंचे थे। पुरुष सिंगल्स के पहले सेमीफाइनल में दूसरी वरीय जापान के केंटा निशिमोटो (जापान) ने फ्रांस के एलेक्स लैनियर को एक रोमांचक मुकाबले में 21-17, 13-21, 21-17 से हराया। पहला गेम कड़ी टक्कर के बाद केंटो निशिमोटो ने 21-17 से जीता। दूसरा गेम पूर्व विश्व जूनियर नंबर वन एलेक्स ने 21-13 से अपने नाम कर लिया। तीसरे व निर्णायक गेम में 12-13 से पिछड़ने के बाद केंटा ने वापसी की और 21-17 की जीत से फाइनल में प्रवेश किया। इस दौरान दर्शकों ने तालिया बजाते हुए केंटा केंटा के नारे लगाए। वहीं स्थानीय समर्थन से भावुक होकर जापानी खिलाड़ी ने शटलकॉक एक बच्चे को गिफ्ट में दे दी। उनकी फाइनल में टक्कर चीनी ताइपे के ची यू जेन से होगी।

दूसरी ओर इस चैंपियनशिप में जापानी खिलाड़ियों में से महिला सिंगल्स में नोजोमी ओकुहोरा, मिक्स डबल्स में यूकी कनेको व मिसाकी मत्सुतोमो, पुरुष सिंगल्स में केंटा निशिमोटो और महिला डबल्स में तीसरी वरीय रिन इवांगा व की नाकानिशी फाइनल में पहुंच गई। महिला सिंगल्स सेमीफाइनल में पूर्व विश्व नंबर वन जापान की नोजोमी ओकुहोरा ने जापान की ही तीसरी वरीय अया ओहारी के खिलाफ 21-19, 22-20 की जीत से फाइनल में जगह बनाई। पहले गेम में दोनों ही खिलाड़ियों ने उम्दा स्मैश के सहारे एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी। पहला गेम नोजोमी ने 19-19 से बराबरी के बाद लगातार दो अंक जुटाते हुए जीता। दूसरे गेम में ओलंपिक-2016 की कांस्य विजेता व पूर्व विश्व चैंपियन नोजोमी को एशियाड-2018 की स्वर्ण विजेता अया के खिलाफ खासा जूझना पड़ा। नोजोमी ने उम्दा तकनीक के सहारे यह गेम 22-20 से जीत लिया।

नोजोमी की अब महिला सिंगल्स के फाइनल में पांचवीं वरीय डेनमार्क की लेन हाजमार्क केजरफेल्ड से टक्कर होगी जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की छठीं वरीय वेन ची सूई को 14-21, 21-17, 16-21 से हराया।मिक्स डबल्स का फाइनल जापान की पांचवी वरीय यूकी कनेको व मिसाकी मत्सुतोमो और दूसरी वरीय इंडोनेशिया की डेजन फर्डिनन्स्याह व ग्लोरिया इमानुएल विजाजा के बीच खेला जाएगा। सेमीफाइनल में यूकी कनेको व मिसाकी मत्सुतोमो ने मलेशिया के हू पैंग रॉन व चेंग सु यिन (मलेशिया) को 17-21, 21-5, 21-17 से और इंडोनेशिया के डेजन व ग्लोरिया ने जर्मनी के मार्क लैम्सफस व इसाबेल को 21-19, 19-21, 22-20 से हराया।