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दो विधानसभा क्षेत्रों में तस्वीर साफ नहीं

जिले के दो विधानसभा क्षेत्रों में अभी भी चुनावी तस्वीर साफ नहीं है। शाहगंज में भाजपा ने अपने सहयोगी दल भारतीय समाज पार्टी को सीट दे दी है। वहीं मड़ियाहूं में भाजपा-अपना दल गठबंधन और मुंगराबादशाहपुर में सपा-कांग्रेस गठबंधन का प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है।Congress Vice President Rahul Gandhi and CPI (M) veteran and former Chief Minister Buddhadeb Bhattacharjee during a joint election rally at Park Circus Ground  on April 27, 2016 in Kolkata, India. Gandhi attacked Indian Prime Minister Narendra Modi and West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee, saying they had not taken any action against corruption and made 'false promises'. (Photo by Debajyoti Chakraborty/NurPhoto via Getty Images)

 
इससे चुनावी तस्वीर अभी साफ नहीं हो पा रही है। जिले के नौ विधानसभा क्षेत्रों में बसपा ने अपने सभी प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है जबकि भाजपा ने मड़ियाहूं में अपने सहयोगी अपना दल के लिए और कांग्रेस ने मुंगराबादशाहपुर सीट प्रत्याशी नहीं उतारा है।

कांग्रेस से टिकट लेने के लिए भाजपा के नेता भी प्रयासरत हैं। वहीं अपना  दल ने मड़ियाहूं विधानसभा सीट पर कोई प्रत्याशी अभी तक नहीं  उतारा है। सूत्रों की मानें तो माफिया मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह के भी चुनाव लड़ने की चर्चा है।

2012 के विधानसभा चुनाव में प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी अपना दल से चुनाव लड़े थे। उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में मुन्ना बजरंगी अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाने की तैयारी में हैं। अपना  दल उन्हें प्रत्याशी बनाता है कि नहीं यह तो नेतृत्व ही बताएगा।

वैसे कुछ भाजपा नेता भी अपना  दल से टिकट लेने के चक्कर में लगे हैं। मुंगराबादशाहपुर सीट सपा-कांग्रेस गठबंधन में कांग्रेस के कोटे में है। अभी यहां भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। कांग्रेस वैसे सदर विधानसभा से अपने प्रत्याशी की घोषणा कर चुकी है लेकिन मुंगराबादशाहपुर में घोषणा नहीं हो सकी है।

भाजपा के सहयोगी दल भारतीय समाज पार्टी ने शाहगंज से राणा अजीत प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया है। वैसे शाहगंज में भाजपा टिकट चाहने वाले इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने वाराणसी जाकर प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्या से आपत्ति दर्ज करा चुके हैं। इसी के बाद काशी प्रांत के नेताओं को शाहगंज भेजकर भाजपा नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी दी गई है।