मुजफ्फर नगर सांप्रदायिक दंगे के साये में हुए लोकसभा चुनाव में जाटों के एकजुट समर्थन से पश्चिम उत्तर प्रदेश में जबर्दस्त जीत दर्ज करने वाली भाजपा विधानसभा चुनाव में भी इसी दंगे को मुद्दा बना कर इस बिरादरी को साधने की मुहिम में जुट गई है।
इस क्षेत्र के 19 जिलों और 90 विधानसभा सीटों पर आबादी के हिसाब से 22 फीसदी की हिस्सेदारी रखने वाली इस बिरादरी को हर हाल में अपने साथ जोड़े रखने के लिए पार्टी ने 15 टिकट बांटे हैं। चूंकि यूपी चुनाव के बीच ही हरियाणा में जाट आरक्षण के मुद्दे ने नए सिरे से तूल पकड़ लिया है।
ऐसे में पार्टी वर्ष 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान इस बिरादरी के लोगों की हुई हत्या, उत्पीड़न मामले को जोर शोर से प्रसारित करने के साथ ही मोदी सरकार द्वारा इस बिरादरी को दिए गए महत्व का प्रचार कर रही है। गौरतलब है कि इस दंगे में इस बिरादरी के 16 लोगों की जान गई थी, जबकि 6 हजार से अधिक लोगों पर संगीन मामलों में एफआईआर दर्ज किए गए थे।