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लोकतंत्र को करारा झटका, पंजाब में 48 केंद्रों पर फिर होगी वोटिंग

चंडीगढ़। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को पंजाब के पांच विधानसभा क्षेत्रों के उन 48 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान के आदेश दिए, जहां इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) तथा मतदाता निरीक्षण पेपर ऑडिट ट्रायल (वीवीपीएटी) उपकरण में खराबी के कारण मतदान प्रभावित हुआ था। निर्वाचन आयोग ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया की समग्रता बनाए रखने के लिए पुनर्मतदान का आदेश दिया गया है। पुनर्मतदान नौ फरवरी (गुरुवार) को होगा।

मजीठा में 12, संगरूर में छह, मुक्तसर में नौ, मोगा में एक तथा सारदुलगढ़ में चार मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान होंगे।

निर्वाचन आयोग ने अमृतसर लोकसभा सीट के 16 मतदान केंद्रों पर भी पुनर्मतदान का आदेश दिया है। सतलज-यमुना लिंक नहर मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के कारण यह सीट खाली हुई थी।

निर्वाचन आयोग ने कहा, “कुछ जगहों पर वीवीपीएटी तथा ईवीएम में खराबी के कारण मतदान प्रक्रिया बाधित हुई थी। पंजाब में 24,697 बैलेट यूनिट्स (बीयू) तथा 24,256 कंट्रोल यूनिट्स (सीयू) का इस्तेमाल किया गया था, जिनमें 180 बैलेट यूनिट्स तथा 180 कंट्रोल यूनिट्स नाकाम हो गए। इस तरह, 0.73 फीसदी बीयू तथा 0.76 फीसदी सीयू नाकाम रहे।”

आयोग ने कहा, “33 विधानसभा सीटों पर वीवीपपीएटी का इस्तेमाल किया गया था। कुल 6,293 वीवीपीएटी में से 255 (4.05 फीसदी) नाकाम रहे।”

आयोग के मुताबिक, खराब मशीनों को बदल दिया गया।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि मशीनों की खराबी असामान्य बात नहीं है। देश में पिछले कुछ वर्षो के दौरान औसतन 2.22 फीसदी ईवीएम मशीनें खराब हुईं, जिनकी तुलना में इस बार इन मशीनों का प्रदर्शन बेहतर रहा।

पंजाब में रविवार को संपन्न हुए मतदान में 81 महिला व एक किन्नर उम्मीदवार सहित कुल 1,145 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई। मतगणना 11 मार्च को होगी।