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‘धूम्रपान से कैंसर होता है’ विज्ञापन देख 30 फीसदी लोगों ने छोड़ा तंबाकू

सिनेमा हॉल और टेलीविजन पर चलने वाले कार्यक्रमों में तंबाकू निषेध वाले विज्ञापन से देश में लोगों को तंबाकू की लत छुड़ाने में मदद मिली है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कराए गए एक अध्ययन के मुताबिक लगभग 30 फीसदी लोगों ने माना है कि तंबाकू निषेध वाले विज्ञापन से तंबाकू छोड़ने में मदद मिली है।smoking_1486788542
 
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से कराए गए अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है अध्ययन में शामिल आधे से ज्यादा लोगों ने इस बात को स्वीकार किया कि कार्यक्रम के बीच में तंबाकू निषेध वाला विज्ञापन याद है। लोगों ने यह भी कहा कि विज्ञापन को समझना आसान था और देखने के बाद तंबाकू छोड़ने के लिए सोचने पर मजबूर हुए। लगभग 30 फीसदी लोगों ने कहा कि इन संदेशों ने तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित किया है।

अध्ययन के दौरान 45 चैनलों पर अचानक चुने गए टेलीविजन प्रोग्राम का करीब 413 घंटे तक निरीक्षण किया गया और इस संबंध में लोगों की राय जानने के लिए 3080 लोगों का साक्षात्कार लिया गया। स्वास्थ्य सचिव सी.के.मिश्रा ने कहा कि तंबाकू का इस्तेमाल जिंदगी के सभी पहलुओं के लिए नुकसानदायक है। तंबाकू नियंत्रण सबसे प्रभावी तरीका युवाओं, बच्चों को शिक्षित कर यह बात उनके मन में बिठाना है तंबाकू से दूर रहना चाहिए। यदि इस समूह को तंबाकू से दूर कर लिया जाए तो आधी जंग ऐसे ही जीती जा सकती है। 

जानिए खतरा कितना
तंबाकू से होने वाली बीमारियों की वजह से भारत में हर वर्ष करीब 10 लाख लोगों की मौत हो जाती है। 20 करोड़ से ज्यादा भारतीय धुआं रहित तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं।