अलीगढ़ में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद 15 दिसंबर से सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था। उत्तराखंड में विरोध के मद्देनजर हाईअलर्ट। सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद् कर दी गई हैं।हिंसा के दौरान अब तक नौ जिलों में 18 लोगों की मौत हुई है। हालांकि, डीजीपी मुख्यालय ने 15 की मौत की ही पुष्टि की है। इस कानून के विरोध में शनिवार को उत्तर प्रदेश में सरकार के कड़े रुख के बाद भी कई स्थानों पर हिंसक घटनाएं हुई। पुलिस ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में हजारों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राज्यव्यापी बंद के आह्वान पर बिहार में भी हिंसा हुई।
यूपी 879 लोगों को गिरफ्तार किया गया
यूपी डीजीपी, ओपी सिंह ने बताया कि 879 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और राज्य भर में लगभग 5,000 लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। 135 आपराधिक मामले अबतक दर्ज किए गए हैं और 288 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। 15 लोग हताहत हुए हैं।
तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को लखनऊ आने की अनुमति नहीं मिलेगी
यूपी डीजीपी, ओपी सिंह ने कहा कि हमें पता चला है कि तृणमूल कांग्रेस के कुछ राजनीतिक नेता लखनऊ आना चाहते हैं। हम उन्हें इसके लिए अनुमति नहीं देंगे। क्षेत्र में धारा 144 लागू है और यह माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना सकता है।
उत्तराखंड में हाईअलर्ट
उत्तराखंड में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के मद्देनजर हाईअलर्ट। सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं।