राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू के प्रकोप को देखते हुए उत्तर प्रदेश को ‘नियंत्रित क्षेत्र’ घोषित किया गया है। यूपी में जीवित पक्षियों के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया।
राज्य की जनता को एवियन इन्फ्लूएन्जा (बर्ड-फ्लू) से बचाने की कोशिशें शासन स्तर से तेज कर दी गई हैं। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिए हैं कि बर्ड-फ्लू के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए। सूचना विभाग विभिन्न माध्यमों से लोगों को यह बताए कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं। लोगों से अपील की है कि मृत पक्षियों की सूचना आपातकालीन नंबर तथा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर दें।
मुख्य सचिव ने सोमवार को एवियन इन्फ्लूएन्जा (बर्ड-फ्लू) से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए बनी राज्य स्तरीय टास्क फोर्स की वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान उन्होंने सबी विभागों से बर्ड फ्लू से बचाव के बारे में की जा रही तैयारियों की जानकारी ली। निर्देश दिएकि इस बीमारी से बचाव के लिए सुरक्षात्मक कदम तत्काल उठाए जाएं।
बर्ड फ्लू से संबंधित सूचना व जानकारी के लिए पशुपालन निदेशालय में कंट्रोल रूम की स्थापित की गई है। चौबीस घंटे क्रियाशील इस कंट्रोल रूम का टोल फ्री नम्बर-18001805154 तथा दूरभाष नम्बर-0522-2741991-92 है। जिलों में स्थापित कोविड कन्ट्रोल रूम पर बर्ड फ्लू से संबंधित कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने और रिपोर्ट लेते रहने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि आमजन को यह जानकारी दी जाए कि पूरी तरह से पका हुआ अंडा या मीट खाने से बर्ड-फ्लू का कोई खतरा नहीं है क्योंकि यह वायरस 70 डिग्री सेन्टीग्रेट पर समाप्त हो जाता है। वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से इस बैठक से कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुधन भुवनेश कुमार तथा वन एवं सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जुड़े थे।