बिहार पंचायत चुनाव 2021 को लेकर अररिया में प्रशासनिक कवायद तेज हो चुकी है। मार्च में अधिसूचना जारी होने और अप्रैल-मई में पंचायत चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है। बिहार में इस बार पंचायत चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल की उच्च स्तर पर चल रही है। वहीं जिला पंचायती राज कार्यालय के मुताबिह इस बाबत कोई निर्देश या जानकारी अब तक नहीं मिली है।
पंचायत चुनाव के लिए जिले में मतदाता सूची के विखंडिकरण के बाद दावा आपत्तियों के निष्पादन का काम चल रहा है। आठ फरवरी तक दावा आपत्ति देने की तिथि निर्धारित थी। दावा आपत्तियों के निराकरण के बाद 14 फरवरी तक नई प्रविष्टियों पर आयोग का अनुमोदन लेना है। उसके बाद मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 19 फरवरी को निर्धारित किया गया है।
दूसरी तरफ मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन के बाद 11 फरवरी तक मतदान केंद्रों की सूची का प्रारूप प्रकाशित किया जाना था। साथ ही दावा आपत्ति के निराकरण भी 13 फरवरी तक किये जाने के निर्देश थे। वहीं चुनाव आयोग के अनुमोदन के बाद मतदान केंद्रों की अंतिम सूची का प्रकाशन दो मार्च को प्रस्तावित है।
वहीं पंचायत चुनाव को लेकर एक पेंच नए नगर निकायों के गठन के कारण भी फंस गया है। गौरतलब है कि जिले में नरपतगंज, रानीगंज, जोकीहाट और फारबिसगंज प्रखंड में कुछ नए नगर पंचायत के गठन भी होना है। जिले से प्रस्ताव भेजा जा चुका है। अगर पंचायत चुनाव से पहले नए नगर निकायों के गठन को मंजूरी मिल जाती है और अधिसूचना जारी हो जाती है तो बहुत सारे गांव नए नगर पंचायत में शामिल हो जाएंगे। ये भी मुमकिन है कि कुछ पंचायतों का अस्तित्व ही समाप्त हो जाये। ऐसी परिस्थिति में जिले में पंचायतों की संख्या में रद्दोबदल की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। जिला पंचायती राज कार्यालय भी इस पर नजर बनाए हुए हैं। लेकिन फिलहाल वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार जिले के सभी वर्तमान 218 पंचायतों को ध्यान में रख कर तैयारी की जा रही है।