Sheetala Saptami 2021: फाल्गुनी पूर्णिमा के सातवे दिन मतमतांतर के साथ शीतला सप्तमी शनिवार और रविवार को मनाई जाएगी। इस मौके पर शीतला माता को ठंडे व्यंजनों का भोग लगाकर सुख-समृद्धि के साथ रोगों से मुक्ति की प्रार्थना की जाएगी। इस दिन घरों में चूल्हा नहीं जलेगा और एक दिन पहले बने ठंडे भोजन का भोग लगाया जाएगा। इस भोजन को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाएगा।
पं. विनय शर्मा के मुताबिक शरीर को रोग मुक्त करने के लिए शीतला माता का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि शीतला माता के पूजन से चेचक जैसे रोगों से मुक्ति मिलती है। इसमें महिलाएं सुर्योदय से पहले उठकर शीतला माता मंदिरों में जाकर पूजा करती है। पूजा के बाद स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की जाती है। इसके अलावा शीतला माता की कथा भी सुनी जाती है। इस दिन महिलाएं माता का व्रत भी रखती है।
दो दिन होगा पूजन
ज्योर्तिविद् ओम वशिष्ठ के अनुसार इस बार पंचमी और षष्ठी तिथि एक दिन होने से शीतला माता का पूजन 3 अप्रैल शनिवार को करना शास्त्र सम्मत है। सप्तमी तिथि शनिवार सुबह 5.58 बजे सप्तमी तिथि लगेगी जो रविवार को सुबह 4.12 बजे सूर्योदय से पहले समाप्त हो जाएगी। हालांकि पंचांगों में रविवार को भी शीतला सप्तमी बताई गई है। माना जाता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजन से पूजन करने वाले की मनोकामना पूरी होती है।