भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। राजधानी भोपाल में शुक्रवार शाम छह बजे से 60 घंटे और कोलार में 9 दिन का लॉकडाउन शुरू हुए अब 44 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है। इस दौरान शहर में हर गली-चौराहे को सील कर दिया गया है, जिससे वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचने में भी लोगों को परेशानी हो रही है। शनिवार की तरह रविवार को भी पुलिस के जवानों ने शहर की व्यवस्था संभाल रखी है। विभिन्न जगहों पर पुलिसकर्मी तैनात हैं और अनावश्यक रूप से आने-जाने वालों से पूछताछ कर रहे है। इधर, लॉकडाउन के दौरान प्रशासन और पुलिस ने सख्त रवैया अपनाया हुआ है। यही कारण है कि नए भोपाल से लेकर पुराने भोपाल तक सभी दुकानों के शटर गिरे हुए हैं।
कोलार कंटेनमेंट जोन में 13 आउटर और 7 इनर प्वाइंट बनाए गए है, जिसमें करीब 400 पुलिसकर्मी तैनात है। वहीं कॉलोनियों के पदाधिकारियों के भी लगातार संपर्क बनाकर व्यवस्था बनाई जा रही है ताकि लोग बिना वजह बाहर न घूमें। इधर, कोरोना टीकाकरण केंद्रों में जरूर बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। राजधानी के 85 वार्डों में शिविर लगाकर कोरोना टीकाकरण किया जा रहा है। इसके लिए वार्डवार अनाउंसमेंट भी किया जा रहा है। हालांकि गलियों में लोगों की आवाजाही अभी भी चल रही है।
कोलार में सुबह थोडी नरमी के बाद फिर सख्ती शुरू
इधर कोलार और शाहपुरा क्षेत्र में लगे लॉकडाउन के दौरान सिर्फ जरूरी सेवाएं जैसे दवाई और अस्पताल खुले हुए है। वहीं सुबह के समय दूध और आवश्यक सेवाओं के लिए थोडी नरमी बरती गई थी। इसके बाद 9 बजे से फिर से सख्ती से लॉकडाउन का पालन करना शुरू कर दिया गया है। कोलार में भी वैक्सीनेशन सेंटर और जांच केंद्र खुले हुए है। इसके अलावा सब बंद है। कोलार मुख्य मार्ग को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया है। वहीं सर्विस रोड को वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग किया जा रहा है। वार्ड क्रमांक 81 से 85 तक सभी कॉलोनियों के रास्ते बंद कर दिए गए हैं।