Congress Indore News। धारा 144 के प्रतिबंध और मास्क नहीं पहनने पर चालान काटने की कार्रवाई सिर्फ आम लोगों और गरीबों पर हो सकती है। मंत्री नियम तोड़ने के लिए बने हैं और नगर निगम प्रशासन उनकी खातिरदारी के लिए हैं। केबिनेट मंत्री उषा ठाकुर और तुलसी सिलावट द्वारा राजबाड़ा पर अहिल्या प्रतिमा पर किए गए हवन के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है।
नवमी पर दोनों मंत्रियों ने राजबाड़ा चौक के बगीचे में लगी अहिल्या प्रतिमा के सामने हवन किया। घोषणा की गई कि महामारी के विनाश और शहर की रक्षा के लिए हवन किया जा रहा है। हवन के इस आयोजन के फोटो सामने आने के बाद इस पर बवाल शुरू हो गया है। हवन में शारीरिक दूरी का पालन नहीं हुआ और मंत्री ठाकुर पूरे समय बिना मास्क लगाए बैठीं नजर आईं। इस आयोजन के बाद प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए है। पूछा जा रहा है कि जब मंदिर से लेकर हर आम व्यक्ति के लिए किसी भी आयोजन पर प्रतिबंध है तो भाजपा नेताओं को राजबाड़ा पर इस आयोजन की अनुमति कैसे मिली। कॉंग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने मांग की है कि मास्क नहीं पहनने और शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने पर दोनों मंत्रियों के खिलाफ नगर निगम चलानी कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा। साक्षात प्रमाणित करते हुए केबिनेट मंत्री ऊषा ठाकुर एंव तुलसी सिलावट ने यह साबित कर दिया हैं कि भाजपा की शिवराज सरकार में कानून का चीरहरण करना शिवराज के मंत्रियों का शौक हैं।
प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने आरोप लगाया है कि कोविड नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए छह लोग हवन करके प्रशासन के आदेश को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। मास्क पहनाने के नाम पर दो सौ रुपये का चालान काटने वाली नगर निगम की पीली गैंग भी नदारद हैं। कांग्रेस ने आयोजन का चित्र नगर निगम की पीली गैंग को पहुंचाकर निवेदन किया हैं कि केबिनेट मंत्री उषा ठाकुर से मास्क न पहनने के लिए जुर्माना वसूला जाए एवं धारा 144 का उल्लंघन करने पर धारा 107 या धारा 151 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए। राजनैतिक नौटंकी का हवन करा रहे पंडित ने भी मास्क नाक से नीचे कर रखा हैं। निगम को पंडित पर जुर्माना लगाना चाहिए।
मंदिरों में प्रशासन ने पूजन-पाठ बंद कर रखा हैं तो क्या वजह है कि बिना अनुमति राजबाडा स्थित देवी अहिल्या प्रतिमा के सामने अवैधानिक तरीके से हवन किया गया। इन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एक्ट के उल्लंघन करने का प्रकरण भी दर्ज किया जाना चाहिए। कांग्रेस ने सवाल पूछा कि जनता की अस्पताल और दवाओं के अभाव में तड़पकर मृत्यु हो रही हैं लेकिन मंत्रीद्वय सत्ता और सामर्थ्य के दम पर कानून तोड़कर जनता के दुखों पर नमक छिड़क रहे हैं।
उधर भाजपा ने आरोपों को कांग्रेस की सस्ती राजनीति बताया है। भाजपा प्रवक्ता जेपी मूलचंदानी ने कहा कि हवन में न तो भीड़ लगी और न नियम तोड़े गए। कांग्रेस हमेशा से धर्म विरोधी रही है। आपदा के समय भी सस्ती राजनीति कर रही है।