मवाना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए महिलाओं के लिए अलग से बूथ नहीं बनाया गया। सुबह सवेरे नौ बजे से युवा सीएचसी परिसर में लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं। विडम्बना है कि वैक्सीन लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मी करीब 11 बजे अपनी डयूटी पर पहुंचते हैं।
मवाना शहर में केवल 14 फीसदी युवाओं ने सुरक्षा कवच के रूप में दूसरी बूस्टर डोल लगवा ली है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 85 फीसदी को वैक्सीन लगा दी गई है।
कोरोना वैक्सीन के लिए रविवार को ही एक सप्ताह का स्लाट बुक हो जाता है। सीएचसी प्रभारी डा. सतीश भास्कर ने जानकारी दी कि एक जुलाई से युवाओं को स्लाट बुक कराना नहीं पड़ेगा।
उन्हें भी 45 साल की आयु वालों की तरह से बिना स्लाट बुक कराए वैक्सीन लगाई जाएगी। मवाना में सीएचसी, नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र मवाना, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मवाना खुर्द, निलोहा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और फलावदा सीएचसी पर वैक्सीन लगाई जा रही है।
मवाना नगर में गुरुवार को 65 रेहड़ा, रिक्शा चालकों व पटरी ठेला वालों को पालिका कार्यालय पर वैक्सीन लगाई गई।