महिलाओं के पहनावे को लेकर दिए गए बयान पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बुरी तरह से घिर गए हैं। पाकिस्तान के सिविल सोसाइटी ग्रुप्स और कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री की उस टिप्पणी पर नाराजगी दिखाई है, जिसमें उन्होंने रेप और यौन उत्पीड़न के लिए महिलाओं को पूरी तरह से दोषी ठहराया था। मानवाधिकार प्रचारकों ने प्रधानमंत्री से सार्वजनिक माफी मांगने को कहा है।
महिलाओं के पहनावे को बलात्कार से जोड़ने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान की निंदा करते हुए, पाकिस्तान के 16 सिविल सोसाइटी ग्रुप्स ने उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की और कहा कि यह शर्मनाक बयान नजरअंदाज करने लायक नहीं है।
क्या कहा था इमरान ने?
हाल ही में न्यूज एजेंसी के मुताबिक अंग्रेजी चैनल (एचबीओ) को हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में खान से पूछा गया था कि क्या महिलाओं के पहनावे का असर रेप जैसी घटनाओं के लिए उकसावे को बढ़ावा देता है? इस पर उन्होंने कहा कि अगर किसी महिला ने छोटे कपड़े पहने हैं तो इसका असर होता है। पुरुषों पर इसका असर होगा, बशर्तें वो रोबोट नहीं हैं तो। यह कॉमन सेंस की बात है।
‘यौन हिंसा के लिए उकसाते हैं महिलाओं के कपड़े’
इमरान का इंटरव्यू लेने वाले जोनाथन स्वान ने जब अपने सवाल को दूसरे तरीके से पूछा, “लेकिन क्या ये असल में यौन हिंसा के अपराधों के लिए उकसाता है?” इस पर इमरान का जवाब था- “ये निर्भर करता है कि आप किस समाज में रहते हैं।“अगर किसी समाज के लोगों ने इस तरह की बातों को नहीं देखा है, तो उन पर असर होगा। आपके जैसे समाज में पले बढ़े होने पर हो सकता है कि आप पर इसका असर ना हो। ये सांस्कृतिक साम्राज्यवाद… हमारी संस्कृति में जो है, वो और सभी को भी स्वीकार्य हो।”
पीएमएल नेता ने घेरा
पाकिस्तान के पीएम के इस बयान बाद वह लोगों के निशाने पर आ गए हैं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने एक ट्वीट में कहा- “दुनिया को एक बीमार, महिलाओं से नफरत करने वाले, विकृत शख्स की सोच में झांकने का मौका मिला है। ये महिलाओं का चुनाव नहीं है जिसकी वजह से यौन हमले होते हैं बल्कि ये पुरुष होते है जो ऐसे घृणित और घिनौने अपराधों में शामिल होना चुनते हैं।”