युवा फाउंडेशन से जुड़े सुनील कुमार गुप्त ने प्रसूता की जान बचाने के लिए रक्तदान कर मानवता की मिसाल पेश की है। प्रसूता को बी निगेटिव ग्रुप के खून की जरूरत थी। यूथ आइकॉन प्रवीण गुप्त की पहल पर युवा सुनील गुप्त ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर रक्तदान किया।
प्रसूता को दुर्लभ रक्तसमूह बी निगेटिव की आवश्यकता पड़ी तो जनपद के दोनों रक्तकोषों में रक्त की उपलब्धता न होने के कारण परिजन कई जगह भटके। इस दौरान तमाम कोशिशों के बीच उन्होंने यूथ आइकॉन प्रवीण गुप्त से संपर्क साधा। इसके बाद युवान फाउंडेशन से जुड़े युवा सुनील कुमार गुप्त ने सहर्ष रक्तदान की इच्छा जताई और तुरन्त मेडिकल कॉलेज पहुंचकर स्वैच्छिक रूप से रक्तदान कर इस संकटकाल में मानवता का मिसाल प्रस्तुत की। समय पर रक्त पाकर प्रसूता के परिजनों ने युवान फाउंडेशन को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर मुख्य रूप से प्रदीप सैनी, लैब टेक्नीशियन राजकुमार, अधिवक्ता विवेक सिंह, पवन सिंह व खुशीराम व अन्य रहे।
यूथ आइकॉन ने किया आह्वान: यूथ आइकॉन एवं विवेकानंद यूथ अवार्ड विजेता प्रवीण गुप्त ने अपील की कि सभी दुर्लभ रक्तसमूह के लोग राज्य रक्त परिसंचरण परिषद की वेबसाइट पर स्वैच्छिक रक्तदाता के रूप में अपना पंजीकरण अवश्य कराएं, जिससे किसी भी दुर्लभ रक्तसमूह की आवश्यकता पड़ने पर उनसे संपर्क कर जीवन बचाया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी ओर से बीते कोरोनाकाल से अब तक आयोजित 12 स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों के माध्यम से अब तक 100 यूनिट से अधिक रक्त युवक मंगल दल-ब्राहिमपुर कुशमा एवं युवान फाउंडेशन के माध्यम से इकट्ठा कर कोरोना व अन्य रोगों से पीड़ित मरीजों को उपलब्ध कराया जा चुका है।