तेज धूप और उमस भरी गर्मी ने शुक्रवार दिन भर लोगों को पसीने से नहलाया। इसके बाद शाम को चलीं नमी से भरी तेज हवाओं ने राहत दी। बिजली कौंधती रही लेकिन कुछ देर बाद तेज बारिश की उम्मीद पर पानी फिर गया। कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग का अनुमान है कि 10 जुलाई से पहले तेज मानसूनी बारिश की संभावना नहीं है।
जून के अंतिम सप्ताह में शुरू हुई ग्रीष्म लहर का सिलसिला जुलाई के पहले सप्ताह में बना है। शुक्रवार को दिन का पारा 39.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से करीब 04 डिग्री अधिक है। यह 2019 में दो जुलाई को 34.8 और 2020 में 37 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विज्ञानी का कहना है कि पिछले वर्षों के मुकाबले इस बार जुलाई के शुरुआती दिनों में दिन का तापमान अधिक बना हुआ है।
रातें भी बेहद गर्म
दिन में उमस से पंखे और कूलर काम नहीं आए। एसी भी हांप गए। रात का तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री अधिक चल रहा है। गुरुवार-शुक्रवार रात का तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस रहा। शाम को 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं। हवा में नमी थी जिससे कुछ राहत मिली। हालांकि, दिन की धूप से तपी धरती रात में भी आग उगलती रही।
10 के बाद होगी मानसूनी बारिश
मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि फिलहाल मानसून दूर है। 10-12 जुलाई से पहले बारिश की संभावना नहीं है। क्षेत्रीय स्तर पर धूल भरी आंधी या बूंदाबांदी कभी भी हो सकती है।