देश के अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला नई एयरलाइन कंपनी लॉन्च करने की तैयारी में जुटे हैं। इस एयरलाइन का नाम अकासा एयर (Akasa Air) रखा जाएगा। राकेश झुनझुनवाला के इस दांव से विमान निर्माता बोइंग को अपनी खोई जमीन भारत में दोबारा हासिल करने में मदद मिल सकती है। क्या कहते हैं एक्सपर्ट: लॉ फर्म सरीन एंड कंपनी के अधिकारी नितिन सरीन के मुताबिक, अकासा एयर को लुभाने के लिए एयरबस और बोइंग के बीच कड़ा संघर्ष होगा। सरीन ने बताया कि बोइंग के लिए यह अच्छा मौका होगा क्योंकि उसके पास भारत में स्पाइसजेट के अलावा 737 विमान की बड़ी परिचालक नहीं है। आपको बता दें कि भारत में बोइंग के सबसे बड़े ग्राहकों में जेट एयरवेज का नाम आता था। हालांकि, साल 2019 में भारी कर्ज की वजह से जेट एयरवेज की विमान सेवाएं बंद हो गईं। ये बोइंग के लिए बड़ा झटका था। अब राकेश झुनझुनवाला के नए दांव से बोइंग की भी किस्मत बदल सकती है। बीते दिनों राकेश झुनझुनवाला ने बताया था कि एक टीम तैयार की गई है जो ऐसे विमानों को देख रही है जिसमें 180 यात्रियों की सीट हो।
एनओसी का है इंतजार: एयरलाइन के लिए राकेश झुनझुनवाला को नागरिक उड्डयन मंत्रालय से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NoC) मिलने का इंतजार है। नई एयरलाइन कंपनी में झुनझुनवाला करीब 3.5 करोड़ डॉलर के निवेश पर विचार कर रहे हैं। इसके जरिए एयरलाइन कंपनी में 40 फीसदी हिस्सेदारी लेने की योजना है। वहीं, अगले 4 साल में 70 एयरक्राफ्ट की एयरलाइन बनाई जा सकती है।
एविएशन इंडस्ट्री है प्रभावित: अकासा एयर शुरू करने की योजना ऐसा समय में बनी है जब भारत का विमानन उद्योग महामारी के असर से जूझ रहा है और विमानन कंपनियां अरबों डॉलर गंवा रही हैं। कोरोना काल में अधिकतर विमानन कंपनियां पस्त नजर आ रही हैं। हाल ही में देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन को रिकॉर्ड घाटा हुआ है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में उसका शुद्ध घाटा बढ़कर 3,174 करोड़ रुपए पहुंच गया है। कंपनी की आय में कमी से नुकसान बढ़ गया।