डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पीएम नरेंद्र मोदी आज साढ़े शाम 4 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ई-वाउचर-बेस्ड डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन e-RUPI को लॉन्च करेंगे। यह एक प्रीपेड ई-वाउचर है, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI ने विकसित किया है। ई-रुपी एक कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस साधन है। यह एक QR कोड या SMS स्ट्रिंग-बेस्ड ई-वाउचर है, जिसे लाभार्थियों के मोबाइल पर भेजा जाता है। ये सर्विस प्रोवाइडर को बिना किसी मध्यस्थ की भागीदारी के समय पर पेमेंट करेगी। आइये जानें इसके 10 फायदे..
1) ई-रुपी एक कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस डिजिटल भुगतान है।
2) सेवा प्रायोजकों और लाभार्थियों को डिजिटल रूप से जोड़ता है।
3) विभिन्न कल्याणकारी सेवाओं की लीक-प्रूफ डिलीवरी सुनिश्चित करता है।
4) यह एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग-आधारित ई-वाउचर है, जो लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है।
5) इस निर्बाध एकमुश्त पेमेंट सिस्टम के उपयोगकर्ता सेवा प्रदाता पर कार्ड, डिजिटल भुगतान ऐप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बिना वाउचर को भुनाने में सक्षम होंगे।
6) ई-रुपी सेवाओं के प्रायोजकों को बिना किसी भौतिक इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ जोड़ता है।
7) यह यह भी सुनिश्चित करता है कि लेन-देन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए।
8) प्री-पेड प्रकृति का होने के कारण, यह सेवा प्रदाता को बिना किसी मध्यस्थ की भागीदारी के समय पर भुगतान का आश्वासन देता है।
9) नियमित भुगतान के अलावा, इसका उपयोग आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, उर्वरक सब्सिडी जैसी योजनाओं के तहत मातृत्व और बाल कल्याण योजनाओं, टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों, दवाओं और निदान जैसी योजनाओं के तहत सेवाओं के लिए भी किया जा सकता है। आदि।
10) इन डिजिटल वाउचर का उपयोग निजी क्षेत्र द्वारा अपने कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रमों के लिए भी किया जा सकता है।