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गूगल, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी अमेरिकी कंपनियों का शेयर खरीदना होगा आसान, NSE के जरिए होगा सारा काम

अगर आपको शेयर मार्केट में निवेश करना पसंद है तो आपके लिए खुशखबरी है। बहुत जल्द नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज एक ऐसी सर्विस शुरू करने जा रहा है जिसके जरिए अब कोई भी भारतीय निवेशक गूगल, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों के शेयर खरीद और बेच सकेगा। बता दें, एनएसई के NSE-IFSC की वेबसाइट के जरिए अमेरिकी कंपनियों के शेयर बहुत जल्द खरीदे और बेचे जा सकेंगे। 

सोमवार को NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज (NSE-IFSC) ने कहा कि प्रक्रिया चल रही है। जिसके जरिए जल्द ही भारतीय निवेशक भी अमेरिकी शेयर खरीद और बेच पाएंगे। बता दें, निवेश करने के लिए गुजरात स्थित GIFT सिटी में डीमैट अकाउंट खोलना होगा। अभी अमेरिकी कंपनियों में निवेश करने के लिए किसी ऐसे ब्रोकर पर निर्भर रहना पड़ता है जिन्हें यूएस स्टाॅक एक्सचेंज और इंडियन रेगुलेटर से परमिशन मिली हो। 

NSE रखेगी ट्रांजैक्शन पर नजर 

यूएस स्टाॅक की खरीद, ट्रेडिंग, क्लियरिंग और सेटेलमेंट पर NSE IFSC की नजर रहेगी। जिससे फ्राॅड जैसी संभावनाएं भी कम ही रहेंगी। इस सुविधा के शुरू होने से अब जहां लागत में कमी आएगी, वहीं खरीद में भी सरलता रहेगी। बता दें, NSE IFSC, नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज की मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी कंपनी है। 

कितना कर सकेंगे निवेश 

अगर आप यह सोच रहे हैं कि अब इसके जरिए इन अमेरिकी कंपनियों में खूब पैसा लगाया जा सकेगा, तो आपकी उम्मीदों को झटका लग सकता है। बता दें यहां भी निवेश की सीमा लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तय नियमों के अनुसार होगा। लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के मौजूदा नियमों के अनुसार एक वित्त वर्ष में कोई भी व्यक्ति विदेश 1.86 करोड़ रुपये ही भेज सकता है। यही सीमा यहां भी लागू रहेगी। यानी कोई भी व्यक्ति 2.50 लाख डाॅल (1.86) करोड़ रुपये ही निवेश कर पाएगा।