सीपीएम नेता, पोलित ब्यूरो सदस्य व पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों के हित में काले कानूनों को वापस लेना ही पड़ेगा। जब तक ये कानून वापस नहीं लिये जाएंगे तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा, किसान धरना देते रहेंगे।
शुक्रवार को राजातालाब स्थित श्रद्धा जूनियर हाई स्कूल में कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के 22 वें जिला सम्मेलन में किसानों की सभा में उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को हार मिली है। जो सरकार की नीतियों से लोगों की नाराजगी दिखाती है। वरिष्ठ वामपंथी शिवनाथ यादव की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में किसानों को नये कृषि कानूनों की खामियों की जानकारी दी गई। प्रदेश सचिव डॉ. हीरालाल यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी फैसले ले रही है। महंगाई व बेरोजगारी से आम लोग परेशान हैं, लेकिन सरकार को इसकी परवाह नहीं है। कार्यक्रम का संचालन नंदलाल पटेल ने किया। इस दौरान लालमणि वर्मा, डॉ. शिवशंकर शास्त्री, रामजीत पाल, रामचन्द्र शास्त्री, रामजी सिंह, लक्ष्मण, भोलानाथ यादव, श्यामलाल मौर्य, रामभरोस, मोमिन अहमद, अनिल यादव आदि मौजूद रहे।