दिल्ली के गाजीपुर, सिंघु व टीकरी बॉर्डर पर नौ माह से कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन की दिशा तय करने को संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर पर मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज में आयोजित होने वाली किसान महापंचायत में वेस्ट के अलावा पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड से भारी संख्या में किसान शामिल होंगे। इसके आयोजन की जिम्मेदारी भारतीय किसान यूनियन को दी गई है। महापंचायत के मंच पर संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल सभी 40 किसान संगठनों के अध्यक्ष या प्रतिनिधि शामिल होंगे।
किसान महापंचायत की सफलता को लेकर भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत, उनके पुत्र गौरव टिकैत जहां गांव-गांव प्रचार कर रहे हैं, वहीं गठवाला खाप के रुख ने भाकियू नेताओं के माथे पर चिंता की लकीर भी खींच रखी है। वहीं भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के पुत्र चरण सिंह और कार्यालय प्रभारी धर्मेन्द्र मलिक के साथ ही निवर्तमान जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान आदि रैलीस्थल पर व्यवस्था बनाने के लिए सक्रिय हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा के सभी संगठनों के पदाधिकारी आएंगे
भाकियू के कार्यालय प्रभारी धर्मेन्द्र मलिक ने बताया कि पांच सितंबर की प्रस्तावित किसान महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल पंजाब के 32 किसान संगठनों के अलावा हरियाणा के किसान संगठन और भाकियू के पदाधिकारी मंच पर रहेंगे। इसके अलावा देश के विभिन्न राज्यों से भी किसान संगठनों के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा। मंच पर राजनैतिक दलों के नेताओं को स्थान के सवाल पर भाकियू और संयुक्त किसान मोर्चा में अभी मंथन चल रहा है। बताया जाता है कि अधिकांश किसान संगठन के पदाधिकारी चाहते हैं कि मंच पर केवल किसान संगठनों के पदाधिकारियों को ही जगह मिले, जिससे यह संदेश नही जाएं कि विपक्षी राजनैतिक दलों के सहयोग से किसान महापंचायत का आयोजन हुआ है।
ऐतिहासिक होगी पंचायत : टिकैत
भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत समेत टिकैत परिवार के अन्य सदस्यों का दावा है कि किसान महापंचायत ऐतिहासिक होगी। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत का कहना है कि यह किसान महापंचायत नही बल्कि किसानों का धर्मयुद्ध है। इसलिए हर किसान की जिम्मेदारी इस महापंचायत में आने की होगी।
पुलिस भी तैयारियों में जुटी
किसान महापंचायत को लेकर पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट है। एसएसपी अभिषेक यादव ने कहा कि महापंचायत के लिए शासन से पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मंगाया जा रहा है। पूर्व के अनुभवों को देखते हुए रैली से लौटने वाले लोगों की सुरक्षा को मार्गो पर भी पुलिस लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर की व्यवस्था भंग न हो इसलिए रूट डायवर्जन भी लागू किया जाएगा।