उत्तर प्रदेश के मेरठ में डेंगू का हमला तेज हुआ है। मंगलवार को घर-घर चलाए जा रहे सर्वे अभियान में 306 लोग बुखार से पीड़ित मिले थे, उनमें से 11 लोगों को डेंगू की पुष्टि हुई है। जिले में अब तक 44 मरीज मिल चुके हैं। इनमें 23 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 21 मरीज उपचार से ठीक हो चुके हैं। जो मरीज मिले हैं वह मलियाना, जानी, माछरा, मवाना, रोहटा, साबुन गोदाम, नंगला बट्टू, पल्हेड़ा और साबुन गोदाम आदि के रहने वाले हैं।
बताया गया कि जहां मरीज मिल रहे हैं, वहां-वहां मलेरिया विभाग एंटी लारवा स्प्रे और फॉगिंग करा रहा है। साथ ही लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह घर में या अपने आसपास पानी ना भरने दें।
जगह-जगह पानी न भरने दें
दरअसल, डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। इसलिए पानी भरा रहने पर मच्छर पनपने का खतरा रहता है। बारिश का मौसम है और इसमें घरों में जगह-जगह पानी भर जाता है, जिसमें डेंगू फैलाने वाले मच्छर पनप जाते हैं। लिहाजा एहतियात बरतें।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि डेंगू रोग का प्रारंभिक उपचार नहीं लेने एवं लापरवाही बरतने पर प्लेटलेट्स की शरीर में कमी हो जाती है। इसलिए सावधानी जरूरी है। लक्षण दिखने पर चिकित्सक से संपर्क करें।
5428 सैंपलों की जांच में कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला
बुधवार को 5428 सैंपलों की जांच हुई। इनमें कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला। सक्रिय केस पांच हैं। इनमें दो अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि तीन होम आइसोलेशन में हैं। अब तक 66009 लोगों को कोरोना की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 65163 की छुट्टी हो चुकी है। वहीं, ब्लैक फंगस के अब तक कुल 348 मरीज मिल चुके हैं। 321 लोगों की छुट्टी हो चुकी है। कोई सक्रिय केस नहीं है। 27 की मौत हो चुकी है।