रामनगरी त्रेतायुग जैसी सजी है, भव्यता देखते ही बन रही है। चहुंओर उल्लास का माहौल है, अपने राम के स्वागत में रामनगरी का कोना-कोना आलोकित हो उठा है। योगी सरकार के पांचवे दिव्य दीपोत्सव की शुरूआत आज हो रही है। मुख्य आयोजन 3 नवंबर को होगा, इस दिन मां सरयू का नौ लाख दीपों से श्रृंगार किया जाएगा। अयोध्या के नाम एक नया विश्वरिकार्ड बन जाएगा। इस बीच मुख्यमंत्री ने रविवार को अयोध्या आकर तैयारियों की निरीक्षण किया और 24 घंटे के भीतर सभी अधूरे काम पूरे करने के निर्देश दिए।
भव्य राममंदिर निर्माण ने सोमवार से शुरू हो रहे पांच दिवसीय दीपोत्सव की खुशी को कई गुना बढ़ा दिया है। रामायण के दृश्यों के जरिए जन-जन के राम की अनुपम झलक दिख रही है। सरयू के घाटों से लेकर राम की पैड़ी व रामकथा पार्क की भव्यता निहाल करने वाली है। रामायण के दृश्यों से सजे 20 प्रवेश द्वार रामनगरी की आभा बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में दीपोत्सव की नींव डाली थी। इस बीच 2019 में राममंदिर के हक में फैसला आते ही इस उत्सव का उल्लास कई गुना बढ़ गया। अब चूंकि राममंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है, नींव का काम पूरा होन को है, ऐसे में संपूर्ण अयोध्या आह्लादित है। यह उल्लास इस दीपोत्सव में झलकता नजर आएगा। पांच दिन तक चलने वाले इस उत्सव का मुख्य आयोजन तीन नवंबर को होगा, इस दिन सीएम योगी सहित राज्यपाल, कई मंत्री व विदेशी मेहमान शिरकत करेंगें। इस दौरान पूरे रामनगरी में करीब 12 लाख दीप जलाए जाएंगें।
अकेले राम की पैड़ी पर ही नौ लाख दीप जलाने की तैयारी है, शेष तीन लाख दीप रामनगरी के अन्य स्थलों, मठ-मंदिरों पर जलाने की योजना है। हाईवे व सकेत कॉलेज से राम की पैड़ी तक कुल 20 प्रवेश द्वार रामायण कालीन युग को जीवंत करते दिख रहे हैं। रामायण आधारित 20 तोरण द्वार भी रामनगरी की भव्यता में चार-चांद लगा रहे हैं। इलेक्ट्रिक कलश, दीप, झालर लाइटिंग के माध्यम से संपूर्ण नगरी को रोशन करने की तैयारी की गई है। सरयू पुल पर गोंडा सीमा तक भव्य लाइटिँग की गई है, फूलों की लड़ियों से सरयू पुल को सजाया जा रहा है।
राम की पैड़ी पर प्रोजेक्शन मैपिंग व लेजर शो को लेकर तैयारी चल रही है। प्रोजेक्शन मैपिंग के जरिए इस बार राम की गाथा को जीवंत करने की तैयारी है। महर्षि बाल्मीकि स्वंय राम की कथा सुनाने अयोध्या पधारेगें। राम की पैड़ी का हेरिटेज लुक भी इस बार आकर्षण बढ़ा रहा है। रामकथा पार्क में मुख्य आयोजन रामराज्याभिषेक होना है। पूरे रामकथा पार्क को रामदरबार की थीम पर सजाया गया है। यहां रामायण कान्क्लेव की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। रामकथा पार्क के प्रवेश मार्ग को इस तरह सजाया गया है कि रामायणकालीन युग का अहसास होता है।
साधु-संतों व अतिथियों के सीटिंग प्लान पर मंथन करते दिखे अफसर
दीपोत्सव के कार्यक्रम स्थलों पर अतिथियों के बैठने को लेकर रविवार को दिन भर अफसर प्लान बनाते रहे। फिलहाल अतिथियों व साधु-संतों के लिए सीटिंग प्लान फाइनल कर लिया गया है। रामकथा पार्क में अतिथि व साधु-संतों के लिए अलग से मंच बनाया गया है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए भी अलग से मंच बना है। समारोह में साधु-संतों और विशिष्टजनों के पहुंचने पर उन्हें सम्मान मिले, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा। अफसरों ने इसका प्लान तैयार कर लिया है। इसी तरह राम की पैड़ी में भी सजे रामदरबार के सामने साधु-संतों व अतिथियों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। राम की पैड़ी पर एक 20 गुणे 30 का मंच बनाया गया है, जिस पर बैठकर संत-धर्माचार्य, अतिथियों सहित सीएम योगी व राज्यपाल आतिशबाजी देखेंगें।