लखनऊ : राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में 10 से 27 फरवरी तक सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान चलाया जा रहा है| इसी क्रम में बृहस्पतिवार को मोहनलालगंज तहसील और थाने में फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई गई| तहसीलदार आनंद तिवारी और एसआई राहुल करन सिंह ने स्वयं भी दवा खाई और अन्य लोगों से भी दवा खाने की अपील की| उन्होंने अपील की कि आप सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का सहयोग करें| हमने भी फाइलेरिया की दवा खाई है और आप सब भी फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन जरूर करें| दवा का सेवन करवाने में फ़ाईलेरिया रोगी नेटवर्क के सदस्यों ने आशा कार्यकर्ताओं का सहयोग किया| इस दौरान आशा कार्यकर्ता सरस्वती ने लोगों से कहा कि फाइलेरिया एक ऐसी बीमारी है कि अगर किसी को हो गई तो वह ठीक नहीं होती है| व्यक्ति जीवनभर के लिए दिव्यांग हो जाता है| इस बीमारी से बचने का एकमात्र जरिया फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन है|
फाइलेरिया रोगी नेटवर्क की सदस्य माधुरी ने बताया कि मेरा दायाँ पैर इस बीमारी से प्रभावित है| माधुरी बताती है कि वे इस बीमारी से लगभग 12 साल से ग्रसित हैं| इसकी वजह से वह सामान्य जीवन नहीं जी पा रहे हैं| वह बताती है कि हमें इस बात का बाद दुख है कि हमने जानकारी के अभाव में दवा का सेवन नहीं किया| अब तो केवल देखभाल करके इस बीमारी को बढ़ने से रोका हुआ है| हमने जो गलती की उसे आप न दोहराएं स्वयं भी खाएं और अपने परिवार के सदस्यों को भी खिलाएं| मोहनलालगंज थाने में 15 और तहसील में 19 लोगों ने फाइलेरियासे बचाव की दवा का सेवन किया| इस मौके पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता आर.के.शुक्ला, आशा संगिनी सावित्री, आशा कार्यकर्ता शीला यादव, सहयोगी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च और फाइलेरिया रोगी नेटवर्क के सदस्य बल्लू और शालिनी मौजूद रहे|