एनसीपीईडीपी-बजाज फिनसर्व ने दिव्यांगजनों के लिए शुरू की छात्रवृत्ति योजना
लखनऊ : नेशनल सेंटर फॉर प्रोमोशन ऑफ एंप्लॉयमेंट फॉर डिसेबल्ड पीपुल (एनसीपीईडीपी) ने दिव्यांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की पेशकश के उद्देश्य से बजाज फिनसर्व के साथ भागीदारी की है। एनसीपीईडीपी की ओर से रविवार को गोमतीनगर के होटल नोवोटेल में इस संबंध में एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें नि:शक्त व्यक्तियों के अधिकारों और कल्याणकारी नीतियों की जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के कुल 100 दिव्यांग छात्रों को मदद प्रदान करना है, जो माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। चयनित दिव्यांग छात्रों को छात्रवृत्ति प्रमाणपत्र प्रदान करते हुए सेवानिवृत्त आईएएस तथा मुख्यमंत्री योगी के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने कहा कि दिव्यांग छात्रों के लिए यह पुनीत पहल शुरू करने के लिए एनसीपीईडीपी और बजाज फिनसर्व बधाई के पात्र हैं। उत्तर प्रदेश में हम इस छात्रवृत्ति कार्यक्रम के प्रचार का समर्थन करेंगे, ताकि यह अधिक से अधिक आवेदकों तक पहुंचे और बड़ी संख्या में योग्य छात्र इससे लाभान्वित हों। दिव्यांगजनों का समावेशी सशक्तिकरण हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है।
इस मौके पर एनसीपीईडीपी के कार्यकारी निदेशक अरमान अली ने कहा कि बजाज फिनसर्व के साथ मिलकर दिव्यांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए हमें बेहद प्रसन्नता है। शिक्षा सशक्तिकरण की कुंजी है और हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि प्रत्येक दिव्यांग छात्र के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल करना सुलभ हो। यह कार्यक्रम समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के दिव्यांग छात्रों को शिक्षा के लिए सहयोग करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी। अरमान अली ने कहा, विकलांगता के क्षेत्र में अवनीश कुमार अवस्थी का योगदान बहुत अधिक है। सुलभ भारत अभियान उनके नेतृत्व में शुरू किया गया था और आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम भी उनके कार्यकाल के दौरान पारित किया गया था। हम उनके मार्गदर्शन के लिए आभारी हैं।
इस मौके पर यूपी विकलांग मंच के सचिव सूरज यादव ने विकलांग लोगों के सशक्तिकरण के लिए शिक्षा और जागरूकता के महत्व पर जोर दिया तथा उत्तर प्रदेश में शुरू हुए इस छात्रवृत्ति कार्यक्रम का स्वागत किया। जागरूकता कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में बड़ी संख्या में दिव्यांग छात्र एवं अन्य लोग शामिल हुए। उन्हें भारत में नि:शक्त जनों के लिए सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों और कल्याणकारी कार्यक्रमों के अलावा दिव्यांग जनों के अधिकारों और उनसे जुड़ी चुनौतियों के संदर्भ में व्यावहारिक दृष्टिकोण और रोजगार के अवसरों के बारे में ज्ञानवर्धक जानकारी दी गई। इस दौरान दिव्यांग विद्यार्थियों को रोजगार के टिप्स भी दिए गए। वक्ताओं ने कहा कि इस तरह के आयोजन में ज्ञान के आदान-प्रदान से दिव्यांग छात्रों के साथ-साथ उनके माता-पिता और शिक्षकों के आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी।