जहांगीराबाद आईटी बाराबंकी में ड्रोन टेक्नोलॉजी पर सेमिनार
बाराबंकी : जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी बाराबंकी में शनिवार को ड्रोन टेक्नोलॉजी पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। संस्थान के अकादमिक हेड ए.के. मिश्रा ने ड्रोन टेक्नोलॉजी पर व्याख्यान देते हुए कहा कि भविष्य में ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग हर क्षेत्र में बढ़ेगा। उन्होंने कहा की आज कृषि के क्षेत्र में इसका बहुत बेहतर उपयोग किया जा रहा है। खेतों में कीटनाशक व उर्वरक के छिड़काव के दौरान स्वास्थ्य को खतरा तो रहता ही है साथ ही साथ दवा के कम-ज्यादा छिड़काव से फसल पर भी असर पड़ता है लेकिन ड्रोन तकनीकि इसमें काफी सहायक है। एक जैसा छिड़काव पूरे खेत में कम समय में कम कीटनाशक खर्च कर किया जा सकेगा।कृषि के विकास में यह तो काफी सहायक है ही साथ ही कई क्षेत्र जिसमें सेना, डिफेन्स, ट्रांसपोर्टेशन, इमरजेंसी रेस्क्यू, वाइल्ड लाइफ और हिस्टोरिकल कन्ज़र्वेशन, मेडिसिन सप्लाई, 3D मॉडलिंग, फोटोग्राफी आदि में इस तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।
संस्थान के प्रिंसिपल नूरुल इस्लाम द्वारा बताया गया कि पिछले दशक से अधिक समय से दुनिया के कई सैन्य बलों द्वारा ड्रोन तकनीकि का इस्तेमाल किया जा रहा है। आज स्मार्टफोन तकनीक की प्रगति के साथ ड्रोन का इस्तेमाल, उत्पादन और नियंत्रण भी काफी आसान हो गया है।स्मार्टफोन में ड्रोन को कनेक्ट करने के लिए आवश्यक वायरलेस और कंप्यूटिंग क्षमताएं भी होती हैं। आने वाले समय में ड्रोन कई क्षेत्रों को प्रभावित करेगा इसीलिए छात्रों को नयी तकनीक एवं अविष्कार करने और नए उपयोगों की खोज करने के लिए ड्रोन और इनोवेशन को समझना महत्वपूर्ण है। इस दौरान कार्यशाला में संस्थान के शिक्षक, शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राओं का सहयोग और उपस्थिति रही।