–अनिल बेदाग
मुंबई : रोबोटिक्स, खेल, फ़ाइनन्शियल लिट्रेसी, हार्टिकल्चर, और पब्लिक स्पीकिंग जैसे नए ज़माने के विषयों के बारे में छात्रों में रुचि निर्माण करने पर ऑर्किड द इंटरनेशनल स्कूल का फोकस हमेशा से रहा है। इसी सिलसिले को जारी रखते हुए, स्कूल ने आईआईटी बॉम्बे के साथ मिलकर एंटरप्रेन्योर अभिषेक दुबे के साथ एक विशेष मास्टर क्लास की मेजबानी की। यह क्लास “सोशल एंटरप्रेन्योरशिप” विषय पर केन्द्रित थी। यह मास्टरक्लास ऑर्किड द्वारा चलाई जा रही ‘पावर अप विद लीजेंड्स’ श्रृंखला की अगली कड़ी है, जिसमें खेल, कला और म्यूजिक इंडस्ट्री जैसे क्षेत्रों से जुड़ी प्रतिष्ठित हस्तियों ने ऑर्किड स्कूल के विभिन्न कैम्पस में बच्चों के साथ मास्टरक्लास आयोजित की हैं। इन हस्तियों मे भाईचुंग भूटिया, मैरी कॉम, शिखर धवन की दा वन स्पोर्ट्स अकादमी, गीता फोगट, शिव अरूर और तनुश्री सिंह जैसे नाम शामिल हैं। स्कूल चेन का उद्देश्य है कि छात्र शिक्षा को क्लासरूम से परे देखने के लिए प्रोत्साहित हों, जिससे उनमे जीवन भर सीखने के कौशल को बढ़ावा मिले।
अनघा प्रभु, प्रिन्सिपल, ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल, बोरीवली इस कार्यक्रम के बारे में कहती हैं , “प्रतिष्ठित वक्ताओं के द्वारा छात्रों के लिए कंडक्ट किये जाने वाले मास्टरक्लास और नॉलेज-शेयरिंग सेशंस की सह-मेजबानी करने के लिए और आईआईटी बॉम्बे और टेडएक्स के साथ एक प्लेटफ़ॉर्म पर आने के लिए हम बेहद उत्साहित हैं। हम ऑर्किड में छात्रों के क्रिएटिव और इनोवेटिव माइंडस को पोषित कर शिक्षा के क्षेत्र में ट्रांसफॉर्मेशन लाने पर फोकस्ड हैं। इस तरह के आयोजन युवा मन में जिज्ञासा पैदा करते हैं और उन्हें उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करते हैं।’ ऑर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल का मिशन आने वाली पीढ़ियों के लिए स्मार्ट क्लासेस, नई एजुकेशनल फिलोसॉफी, उत्कृष्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर, और टेक्नोलॉजी-एकीकृत पाठ्यक्रम के द्वारा शिक्षा को रीडिफाइन करना है। स्कूल छात्रों को रोबोटिक्स, एआई, कोडिंग जैसी नए जमाने की तकनीकों से परिचित कराता है और उन्हें इस बात का एहसास कराता है कि ये तकनीकें मानव जाति के लिए कितना कुछ अच्छा काम कर सकती हैं।
अभ्युदय, आईआईटी-बॉम्बे के छात्र प्रतिनिधि श्लोक झंवर कहते हैं , “हमारा लक्ष्य भारत के युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी और नेतृत्व की भावना पैदा करना है। ऑर्किड द इंटरनेशनल स्कूल जैसे शैक्षणिक संस्थानों के सपोर्टिव कोलैबरेशन के माध्यम से, हम छात्रों को प्रेरित करना और समाज में बदलाव लाना चाहते हैं।” इसके बारे में अधिक जानकारी साझा करते हुए, अभ्युदय, आईआईटी बॉम्बे की ओवरआल कोऑर्डिनेटर सुश्री सुजस जैन कहती हैं, “अभ्युदय, आईआईटी बॉम्बे का आरंभ 2014 में हुआ और इसका उद्देश्य युवाओं को सामयिक सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाना और परिवर्तन लाने के लिए एक मंच प्रदान करना है क्योंकि हम जागरूकता और प्रभाव पैदा कर सकते हैं। हमारी पहल का उद्देश्य गंभीर सामाजिक मुद्दों की और ध्यान केन्द्रित कराना और लोगों के जीवन में ठोस बदलाव लाना है। हम पूरे भारत भर में प्रभावशाली अभियान, प्रतियोगिताएं और कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इसके अलावा, हम हजारों अन्य लोगों के साथ सामाजिक भलाई की भावना को फैलाने के लिए टेडएक्स IIT,आईआईटी बॉम्बे और एक बहुप्रतीक्षित वार्षिक सोशल फेस्ट जैसे प्रतिष्ठित कार्यक्रमों की मेजबानी करके बहुत गर्व महसूस करते हैं।“