इंदौर। लोकायुक्त पुलिस इंदौर की टीम ने इंदौर विकास प्राधिकरण के क्लर्क राजेंद्र बिरथरे के घर शुक्रवार अल सुबह संतनगर स्थित घर पर छापामार कार्रवाई की। प्रशासन शाखा में कर्मचारी बिरथरे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिली थी। स्कीम नंबर 114 ए में कार शो रूम के पीछे मकान नंबर 453 में उनके घर से लोकायुक्त टीम को कई कागजात मिले हैं, जिसमें बिरथरे के पास करोड़ों रुपए की संपत्ति होने का खुलासा हुआ है। राजेंद्र बिरथरे के पास संतनगर में खुद और पत्नी मंगलादेवी के नाम तीन मंजिला मकान और यहीं खुद के नाम पर 1460 वर्गफीट का प्लाट। बेटे रवींद्र के नाम खरगोन जिले के महेश्वर तहसील के गांव झारा में ढाई एकड़ जमीन, सेजगांव में 6 एकड़ जमीन। पत्नी मंगलादेवी के नाम झारा में एक एकड़ जमीन।
खुद के नाम पर इंदौर के पास तलावली चांदा गांव में एक मकान, बेटे रवींद्र के नाम तलावली चांदा में डेढ हेक्टेयर शिव गोमती हाईराइज्ड आवासीय मल्टी एवं सर्वजन प्लांट। बेटे सुमित के नाम से तलावली चांदा मेनरोड पर द्वारा पान नाम से दुकान। पांच कार और 4 टू व्हीलकर और लाखों की ज्वेलरी मिली है। जानकारी के मुताबिक बिरथरे के पिता शिवप्रसाद तलावली चांदा में ही खेती और दूध का व्यवसाय करते थे। राजेंद्र बिरथरे 1982 में सरकारी नौकरी में आए। इस दौरान वे अधिकांश समय प्राधिकरण की संपदा शाखा में रहे और अभी वे प्रशासन शाखा में हैं। उनकी 34 वर्ष की नौकरी हो चुकी है और अगले वर्ष 2017 जनवरी में वे रिटायर होने वाले हैं।