यूपी की योगी सरकार ने कई नेताओं की सुरक्षा में कटौती की है। यूपी में सौ से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं की सुरक्षा में लगे कमांडों को वापस बुला लिया गया है। इनमें सपा के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव भी शामिल हैं। इनको पहले जेड (Z) श्रेणी की सुरक्षा मिली थी लेकिन अब उसको घटाकर वाई (Y) कर दिया है। हालांकि बीजेपी के फायरब्रांड नेता विनय कटियार की सुरक्षा को बढ़ाया गया है।
मायावती और अखिलेश को जेड प्लस सुरक्षा
जबकि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जेड प्लस सुरक्षा दी गई है। यूपी में योगी सरकार ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी सांसद डिंपल यादव, पूर्व मंत्री आजम खान, शिवपाल यादव और एसपी महासचिव रामगोपाल यादव की सुरक्षा कम करने का निर्देश दिए हैं। वहीं सपा नेता आशू मलिक, राकेश यादव और अतुल प्रधान समेत 100 की सुरक्षा वापस ले ली गई है। मगर योगी सरकार ने सपा के पूर्व महासचिव अमर सिंह और नरेश अग्रवाल की सुरक्षा बरकरार रखी गयी है।
जिसे जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिलती है उसके साथ 10 एनएसजी कमांडो रहते हैं किसी राजनीतिक या वीआपी को सुरक्षा देने का फैसला खतरे के आकलन के बाद होता है। किसी वीआईपी को खतरा होने पर सुरक्षा उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी होती है। सुरक्षा की मांग करने वाले को संभावित खतरा बता सरकार के समक्ष आवेदन करना होता है। इस पर खुफिया एजेंसियों से रिपोर्ट मांगी जाती है। जिस VIP को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिलती है उसके साथ 36 सुरक्षाकर्मी और 10 एनएसजी कमांडो हर वक्त तैनात रहते हैं।