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वैश्य की खून से तीसरी बार लाल हुई, बंसडीह की धरती

बलिया । राजू गुप्ता की खून से पहली बार नही  बांसडीह की धरती वैश्य की खून से तीसरी बार लाल हुई है । पुलिस से अपने जान की खतरा बता चुके मृतक की हत्या होने के बाद किसी की गिरफ्तारी नही होना और किसी पुलिस अधिकारी पर  गाज नही गिरने से न्याय की उम्मीद मिलता नही दिख रहा है। इस घटना के बाद से व्यापारियों में भयव्याप्त है

मलाईदार बनते जा रही नगर पंचायत की कुर्सी को हथियाने के लिए किसी की जान भी लेनी पड़े तो कोई परहेज नही ,बस  किसी भी कीमत पर चेयरमैन की कुर्सी मिल जाए। राजेश गुप्ता की हत्या बीच कस्बे की व्यस्तम  मार्ग पर होने से कई सवाल पैदा करती है, पुलिस अगर पांच साल पहले गुडडू सोनी गोलीकांड को निकाय चुनाव को ध्यान में रखकर जाँच की होती तो आज राजू गुप्ता को जान नही गवानी पड़ती।

रणजीत सोनी और राजू गुप्ता को निकाय चुनाव की राजनीति का शिकार बनाया गया। बनिया बिरादरी को योगी सरकार बंसडीह नगर पंचायत में भयमुक्त वातावरण नही दिया  तो वैश्य बिरादरी को कैराना की तरह बांसडीह से पलायन करने को मजबूर होना पड़ेगा।

राजू सेठ की हत्या निकाय चुनाव से ठीक पहले सरेशाम गोली मारने के पीछे बदमाशो की मंशा क्या थी, यह तो पुलिस के लिए  जांच का विषय है,लेकिन अपनी जान की खतरा बता चुके राजू गुप्ता को पुलिस सिक्युरिटी नही देना भी प्रशासन की लापरवाही दिख रहा है ।

ज्ञात हो क़ि 2012 में रणजीत सोनी को भी निकाय चुनाव से पहले बंसडीह रोड में गोली मारने की घटना से मिलता -जूलता है । राजू सेठ की गोली मारने की घटना रणजीत सोनी की गोलीकांड की घटना से मिलता-जूलता दिख रहा है ।

इन दोनो घटनाओ की तार किसी एक ही  शातिर अपराधी द्वारा अंजाम दिया गया है।

रणजीत सोनी की गोली मारकर हत्या करने का प्रयास की भी जाँच करके आरोपियो तक पुलिस नही पहुची थी इस घटना को दबा दिया गया था । पीड़ित पक्ष लगातार आरोपियों को गिरफ्तारी की मांग करता रहा। राजू की रणजीत सोनी भी बनिया बिरादरी में जाना -पहना चेहरा था ।

बाँसडीह नगर पंचायत का बैश्य इस घटना के लिए एकजूट होकर संघर्ष नही किया तो बार-बार हो रही घटना पर विराम नही लगेगी और अपराधी बचकर निकल जाएंगे।

पहली घटना………….

बीच बाजार से दुकान चला रहे कलिका बनिया के लड़के को रामजी सिंह द्वारा जबरजस्ती किडनैप करके हत्या की घटना फिर तजा हो गई ।

द्वितीय घटना………..

निकाय चुनाव से पहले 2012 में रणजीत सोनी की गोली मारकर हत्या करने का प्रयास । पुलिस ने मामले की लीपापोती करके असल अपराधी को बचाया । पीड़ित परिवार न्याय के लिए आज भी गुहार लगा रहा है । इस घटना से भी पुलिस पर्दा नही हटा सकीं।

तृतीय घटना………….

राजू सेठ की बीच कस्बे में गोली मारकर हत्या किया गया।अभी तक किसी की गिरफ्तारी नही हुआ । किसी पुलिस अधिकारी पर गाज नही गिरा।