लखनऊ
कालेधन पर प्राइवेट बिल्डरों के ठिकानों पर छापेमारी के साथ इनकम टैक्स विभाग ने एलडीए में अपनी पड़ताल शुरू कर दी है। आईटी ने एलडीए को पत्र लिखकर नीलामियों में प्रॉपर्टी लेने वाले, नोटबंदी के बाद एकदम पैसा जमा करने वाले आवंटियों का ब्योरा मांगा है। इसके साथ ही उन ब्यूरोक्रेट्स और नेताओं और सरकारी कर्मचारियों की सूची मांगी है, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कई आवासीय और कमर्शल प्रॉपर्टी बनाई हुई हैं।
गोमतीनगर विस्तार, कानपुर रोड योजना में पिछले महीनों एलडीए ने सार्वजनिक उपयोग की जमीन पर प्लॉट निकालकर कुछ रसूखदारों को दिए हैं। इसके साथ ही पिछली 3 नीलामियों में योजनाओं में हुई कमर्शल प्रापर्टी की नीलामियों में कुछ ब्यूरोक्रेट्स, नेताओं के साथ एलडीए अधिकारियों पर अपने रिश्तेदारों के नाम प्रॉपर्टी लेने का आरोप है।
वहीं, नोटबंदी के बाद मिली कुछ दिन की मोहलत में एलडीए की कुछ प्रॉपर्टी में एकदम से पैसा जमा हुआ है। यही नहीं जानकारों की मानें तो बिल्डरों की प्रॉपर्टी में ब्यूरोक्रेट्स के इन्वेस्टमेंट कनेक्शन के भी एलडीए से जुड़े हुए मिले हैं। इनमें पिछले 2 वर्षों में आउटर पर डिवेलप हो रही टाउनशिप में इन्वेस्टमेंट किसका है, यह भी एक बड़ा सवाल निकल कर आया है।