Thursday , February 9 2023

मुख्यमंत्री नीतीश ने बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के अटकलों को दिया विराम, दो दिनों में विस्तार संभव

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा। पहली बार उन्होंने साफ किया है कि मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। इससे पहले वे कहते रहे हैं कि भाजपा की ओर से अभी इसको लेकर कोई प्रस्ताव नहीं आया है। उनके आज के बयान के बाद यह माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अब कोई गतिरोध नहीं है। नये मंत्रियों के नाम पर जदयू-भाजपा में सहमति बन गई है। इधर कयास लगने शुरू हो गये हैं। अगले दो दिनों में मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना है।

मुख्यमंत्री पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। विधान परिषद उपचुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवारों के नामांकन में शामिल होने वे प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय गए थे। उन्होंने पत्रकारों से यह भी कहा कि एनडीए गठबंधन के चारों घटक दल मिलजुल कर काम कर रहे हैं। सभी दल एकजुट होकर सरकार का सहयोग कर रहे हैं। विधान परिषद उपचुनाव के लिए शाहनवाज हुसैन और मुकेश सहनी को एनडीए का उम्मीदवार बनाया गया है, जिसके लिए मैं इन दोनों को विशेष तौर पर बधाई देता हूं।    

वहीं, सोमवार की शाम पार्टी दफ्तर में पत्रकारों से नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार पर हमलोगों की बातचीत चल रही है। आपस में सबकुछ ठीक है। कहीं कोई समस्या नहीं है। जब भी मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे, उसके पहले आपलोगों को बता देंगे। 

आठ जनवरी को कहा था नहीं हुई है कोई बात
आठ जनवरी को मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा था कि सात जनवरी को भाजपा नेता मिलने आये थे, पर मंत्रिमंडल विस्तार पर कोई बात नहीं हुई है। मुख्य सचिवालय परिसर में उन्होंने यह भी कहा था कि बिहार में उनके कार्यकाल में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है कि मंत्रिमंडल विस्तार में इतनी देर हुई हो। कहा था कि जबतक भाजपा की राय नहीं आ जाएगी, तबतक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होगा। इससे पहले 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट परिसर में कहा था कि भाजपा की ओर से मंत्रिमंडल विस्तार का कोई प्रस्ताव नहीं आया है। भाजपा की ओर से प्रस्ताव आने पर मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। 

कुल 36 मंत्री हो सकते हैं
नियमानुसार बिहार में मुख्यमंत्री समेत 36 मंत्री हो सकते हैं। अभी सिर्फ 14 मंत्री हैं। 16 नवंबर को मुख्यमंत्री समेत 15 मंत्रियों ने शपथ ली थी। बाद में एक मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया था। बिहार सरकार के कुल 44 विभाग हैं। वर्तमान मंत्रिमंडल में जदयू के पास 20, भाजपा के पास 21, हम के पास दो तथा वीआईपी के पास एक विभाग है। 

शाहनवाज व सहनी ने किया नामांकन, जीत तय
विधान परिषद को दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन और वीआईपी प्रमुख व पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के राज्यसभा जाने से खाली हुई सीट पर शाहनवाज हुसैन ने नामांकन किया है, जिनका कार्यकाल छह मई, 2024 तक रहेगा। मालूम हो कि इसके पहले भी वर्ष 2006 में जब सुशील मोदी ने भागलपुर लोकसभा सीट छोड़ी थी तो शाहनवाज उपचुनाव में उम्मीदवार बने और जीते। वहीं पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा के विधायक बनने से रिक्त हुई सीट पर मुकेश सहनी ने नामांकन किया है। इनका कार्यकाल 21 जुलाई, 2022 तक रहेगा। दोनों सीटों के लिए कोई और नामांकन नहीं हुआ है। इसलिए इनकी जीत तय मानी जा रही है। 21 जनवरी को नाम वापसी के दिन दोनों नेताओं को प्रमाणपत्र दे दिया जाएगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री के अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, मंत्री विजय कुमार चौधरी और मंगल पांडेय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, सांसद सुशील कुमार मोदी समेत अन्य नेता और समर्थक मौजूद थे।